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U.S Presidential Election

USA election vote

चर्चा में क्यों:

हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने राष्ट्रपति पद से नाम वापस ले लिया तथा उन्होंने नए उम्मीदवार के रूप में कमला हैरिस (Kamala Harris) का समर्थन किया।

अमेरिका में अगला राष्ट्रपति चुनाव (The next presidential election in the US):

अमेरिका में वर्ष 2024 का चुनाव मंगलवार, 5 नवंबर 2024 को होगा। विजेता जनवरी 2025 से व्हाइट हाउस में चार साल का कार्यकाल पूरा करेगा।

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव (Presidential election in USA):

Presidential election in USA

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अमेरिका में 1789 में संविधान लागू होने के बाद से ही एक निर्वाचित राष्ट्रपति होता रहा है। कई देशों के विपरीत, अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव एक वर्ष तक चलने वाली प्रक्रिया है, जो उम्मीदवारी की घोषणा से लेकर शपथ ग्रहण दिवस तक चलती है।

अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए पात्रता (Eligibility for US President)-

  1. संयुक्त राज्य अमेरिका का स्वाभाविक नागरिक होना
  2. कम से कम 35 वर्ष का हो
  3. 14 वर्षों से संयुक्त राज्य अमेरिका का निवासी रहा हो
  • उसे Inauguration Day तक आयु और निवास संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करना होगा। कोई भी व्यक्ति जो इन आवश्यकताओं को पूरा करता है, वह किसी भी समय राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर सकता है। उप-राष्ट्रपति को भी राष्ट्रपति बनने की सभी योग्यताएँ पूरी करनी होंगी।
  • अमेरिका में कोई व्यक्ति केवल दो कार्यकाल के लिए ही राष्ट्रपति रह सकता है, लेकिन भारत में ऐसी कोई पाबंदी नहीं है।

अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव प्रक्रिया (US Presidential Election Process)

  • अमेरिका के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को सीधे जनता द्वारा नहीं चुना जाता है। इसके बजाय, उन्हें Electors” द्वारा एक प्रक्रिया के माध्यम से चुना जाता है जिसे “इलेक्टोरल कॉलेज (Electoral College)” कहा जाता है।
  • अमेरिकी राष्ट्रपति की चुनाव प्रक्रिया को पांच चरणों में बाँटा जा सकता है –
    • चरण 1: प्राथमिक चुनाव और कॉकस (Primary elections and caucuses)
    • चरण 2: राष्ट्रीय सम्मेलन (National Convention)
    • चरण 3: चुनाव प्रचार (Election Campaign)
    • चरण 4: आम चुनाव (General Election)
    • चरण 5: इलेक्टोरल कॉलेज (Electoral College)

चरण 1: प्राथमिक चुनाव और कॉकस -राज्यों में पार्टी स्तर के चुनाव (Primary elections and caucuses – Partylevel elections in the states)

  • अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के लिए बहुत से लोग इच्छुक हो सकते हैं। इनमें से हर व्यक्ति के अपने विचार हो सकते हैं कि अमेरिकी सरकार को कैसे चलाना चाहिए। समान विचार वाले लोग आमतौर पर एक ही राजनीतिक पार्टी (Political party) में शामिल हो जाते हैं। लेकिन पहले उन्हें अपनी पार्टी के सदस्यों का समर्थन जीतना होता है।
  • प्रत्येक पार्टी के कई उम्मीदवार चुनाव के दिन से एक साल से भी ज़्यादा पहले अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हैं। उदाहरण के लिए जो बाइडेन और बर्नी सैंडर्स (Joe Biden and Bernie Sanders) ने डेमोक्रेटिक पार्टी से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की, जबकि डोनाल्ड ट्रम्प और निक्की हेली (Donald Trump and Nikki Haley) ने रिपब्लिकन पार्टी से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की।
  • इनमें से प्रत्येक पार्टी द्वारा आयोजित नामांकन प्रक्रिया के तहत प्रत्येक पार्टी से एक उम्मीदवार चुना जाता है। भारत के विपरीत, जहाँ पार्टी नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री उम्मीदवार चुना जाता है, यह एक लंबी और अधिक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है।
  • हर राजनीतिक पार्टी के उम्मीदवार देश भर में प्रचार करते हैं ताकि अपनी पार्टी के सदस्यों का समर्थन पा सकें।
  • प्राथमिक चुनाव और कॉकस वे तरीके हैं जिनसे राजनीतिक पार्टियां आम चुनाव के लिए उम्मीदवार चुनती हैं।

प्राथमिक चुनाव (Primary Elections): प्राथमिक चुनाव राज्य स्तर के चुनाव होते हैं जहां पार्टी के सदस्य उस सबसे अच्छे उम्मीदवार के लिए वोट करते हैं जो उन्हें आम चुनाव में प्रतिनिधित्व करेगा। प्राथमिक चुनाव में चुने गए पार्टी उम्मीदवार फिर आम चुनाव में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं। 34 अमेरिकी राज्य प्राथमिक चुनाव कराते हैं। अमेरिकी प्रणाली में कई प्रकार के प्राथमिक चुनाव होते हैं जैसे कि बंद प्राथमिक चुनाव, अर्ध-बंद प्राथमिक चुनाव, खुला प्राथमिक चुनाव और अर्ध-खुला प्राथमिक चुनाव (Closed primary election, semi-closed primary election, open primary election, and semi-open primary election)।

कॉकस (Caucus): कॉकस एक स्थानीय बैठक होती है जहां किसी शहर, कस्बे या काउंटी में पंजीकृत राजनीतिक पार्टी के सदस्य इकट्ठा होते हैं और अपने पसंदीदा पार्टी उम्मीदवार के लिए वोट करते हैं और अन्य पार्टी कार्य करते हैं। कॉकस का उपयोग राष्ट्रीय पार्टी सम्मेलन के लिए प्रतिनिधियों का चयन करने के लिए प्राथमिक चुनाव के स्थान पर किया जाता है। 16 राज्य पार्टी उम्मीदवारों का निर्धारण करने के लिए कॉकस आयोजित करते हैं।

दो-पक्षीय प्रणाली (Two-party system)-

अमेरिका में बहुदलीय व्यवस्था के लिए संवैधानिक स्थान है, लेकिन आधुनिक राजनीति में दो प्रमुख दलों का वर्चस्व है। दो-दलीय व्यवस्था में डेमोक्रेटिक पार्टी और रिपब्लिकन पार्टी (Democratic Party and Republican Party) शामिल हैं। अमेरिका में कई तीसरी पार्टियाँ भी काम करती हैं, और समय-समय पर किसी को स्थानीय कार्यालय के लिए चुनती हैं। 1980 के दशक के बाद से सबसे बड़ी तीसरी पार्टी लिबर्टेरियन पार्टी है।

  • कुछ राज्य केवल प्राथमिक चुनाव आयोजित करते हैं, कुछ केवल कॉकस आयोजित करते हैं, और अन्य दोनों का संयोजन करते हैं। ये प्राइमरी और कॉकस आम तौर पर संघीय चुनाव से पहले जनवरी और जून के बीच में आयोजित किए जाते हैं, आयोवा और न्यू हैम्पशायर में पारंपरिक रूप से क्रमशः पहला राष्ट्रपति राज्य कॉकस और प्राथमिक चुनाव आयोजित किए जाते हैं।
  • डेमोक्रेटिक पार्टी (Democratic Party)

    इसमें प्रतिनिधियों के दो समूह होते हैं – प्रतिनिधि और सुपर प्रतिनिधि (Delegate and Super Delegate)। प्रतिनिधि उन लोगों के प्रतिनिधि होते हैं जो सम्मेलन के दिन अपने राज्यों के लोकप्रिय वोट के अनुसार मतदान करते हैं। सुपर प्रतिनिधि कानून निर्माता, राज्यपाल, पूर्व राष्ट्रपति और राष्ट्रीय पार्टी (Lawmaker, Governor, Former President and National Party) के पदाधिकारी होते हैं जिन्हें किसी भी उम्मीदवार का समर्थन करने की स्वतंत्रता होती है, चाहे उनके राज्यों ने कैसे भी मतदान किया हो।

  • रिपब्लिकन पार्टी (Republican Party) इसमें प्रतिज्ञाबद्ध और प्रतिज्ञारहित प्रतिनिधि (Pledged and Unpledged Representatives) होते हैं। प्रतिज्ञाबद्ध प्रतिनिधि सामान्य प्रतिनिधि होते हैं। प्रतिज्ञारहित प्रतिनिधि सुपर प्रतिनिधियों के समान होते हैं। इनमें प्रत्येक राज्य और क्षेत्र से तीन शीर्ष पार्टी पदाधिकारी शामिल होते हैं, जो पार्टी सम्मेलन के दिन स्वतंत्र रूप से मतदान करते हैं।

चरण 2: राष्ट्रीय सम्मेलन (National Convention) –

  • जब प्रत्येक राज्य में प्राथमिक चुनाव और कॉकस (Primary elections and caucuses) पूरे हो जाते हैं, तो एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाता है जिसमें एक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की औपचारिक घोषणा जनता के सामने की जाती है। सम्मेलन के दौरान, चुने गए प्रतिनिधि पार्टी के उम्मीदवार के लिए वोट डालते हैं और सबसे अधिक प्रतिनिधियों वाला उम्मीदवार पार्टी की नामांकन प्राप्त करता है। सम्मेलन के अंत के साथ आम चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत होती है।
  • प्रत्येक पार्टी एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करती है ताकि एक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का चयन अंतिम रूप दिया जा सके। प्रत्येक सम्मेलन में, राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार एक साथी उम्मीदवार (उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार) चुनता है।
  • यह प्रणाली कभी भी अमेरिकी संविधान में शामिल नहीं की गई थी और इस प्रकार राजनीतिक दलों द्वारा समय के साथ इसे विकसित किया गया। 

चरण 3: चुनाव प्रचार (Election Campaign)

  • प्रत्येक राजनीतिक पार्टी से एक उम्मीदवार के चयन के बाद आम चुनाव प्रचार शुरू होता है, जो प्राथमिक चुनाव, कॉकस और राष्ट्रीय सम्मेलनों (Primary elections, caucuses, and national conventions) के माध्यम से होता है।
  • ये उम्मीदवार देश भर में यात्रा करते हैं, अपनी विचारधारा और योजनाएं आम जनता को बताते हैं और संभावित मतदाताओं का समर्थन जीतने की कोशिश करते हैं। रैलियां, बहसें, और विज्ञापन (Rallies, debates, and endorsements) आम चुनाव प्रचार का बड़ा हिस्सा होते हैं।

चरण 4: आम चुनाव (लोकप्रिय वोट) (General Election -Popular Vote)

  • संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव हर चार साल में चुनाव दिवस पर होता है, जो नवंबर के पहले सोमवार के बाद आने वाले पहले मंगलवार को होता है।
  • आम तौर पर, मतदाताओं को मतपत्र पर वोट देना होता है, जहाँ वे अपनी पसंद के उम्मीदवार का चयन करते हैं। लेकिन यह एक अप्रत्यक्ष चुनावहै ।
  • मतदाता सीधे राष्ट्रपति का चुनाव नहीं करते हैं। इसके बजाय, वे “निर्वाचक (Electors)” नामक प्रतिनिधियों का चुनाव करते हैं, जो आम तौर पर विशेष राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के लिए वोट देने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं। (प्राथमिक चुनावों में प्रतिनिधियों के समान)
  • प्रत्येक राज्य में निर्वाचकों की संख्या कांग्रेस (Congress) के सदस्यों की संख्या के बराबर होती है, जिसके लिए वह राज्य हकदार होता है। इसलिए, वर्तमान में 538 निर्वाचक (Elector) हैं, जो 435 प्रतिनिधियों और 100 सीनेटरों (435 House of Representatives and 100 Senators) के साथ-साथ डिस्ट्रिक्ट ऑफ़ कोलंबिया (District of Columbia) के तीन अतिरिक्त निर्वाचकों के बराबर हैं। अमेरिकी क्षेत्रों का निर्वाचक मंडल में प्रतिनिधित्व नहीं है और इसलिए उन क्षेत्रों में रहने वाले अमेरिकी नागरिक राष्ट्रपति के लिए आम चुनाव में मतदान नहीं करते हैं।

 

  • कैलिफोर्निया सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है (38 मिलियन से अधिक लोग) और इसमें 55 इलेक्टोरल वोट हैं – जो किसी भी अन्य राज्य से अधिक है। दूसरी ओर, मोंटाना जैसे राज्य, जो भूगोलिक रूप से बड़े हैं लेकिन अपेक्षाकृत छोटी जनसंख्या (सिर्फ एक मिलियन से अधिक लोग) वाले हैं – केवल तीन इलेक्टर्स हैं।
  • मेन और नेब्रास्का को छोड़कर, यदि किसी उम्मीदवार को किसी राज्य के भीतर सबसे अधिक वोट मिलते हैं तो उन्हें उस राज्य के पूरे इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिलते हैं।
  • इसके अलावा, ज़्यादातर राज्य कानून “Winner Take All”स्थापित करते हैं । इसके द्वारा, प्रत्येक राज्य से मतदाताओं की संख्या प्रत्येक उम्मीदवार को उनके वोट शेयर के आधार पर आवंटित नहीं की जाती है । इसके बजाय, सबसे ज़्यादा वोट पाने वाले उम्मीदवार को राज्य के सभी मतदाता मिलते हैं।
  • हर राज्य और कोलंबिया जिले के मतदाता इलेक्टर्स के लिए वोट करते हैं, जो राष्ट्रपति चुनाव में अधिकृत संवैधानिक सदस्य होते हैं।
  • ये मतदाता इलेक्टोरल कॉलेज (Electoral College) का गठन करते हैं।
  • एक Elector, Electoral College का सदस्य होता है।
  • राज्य द्वारा नियुक्त ये Electors उस राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं, जिसका समर्थन मतदाताओं ने किया है।
  • भले ही अमेरिका के अधिकांश लोग किसी उम्मीदवार को वोट दें, इसका मतलब यह नहीं है कि वह राष्ट्रपति चुनाव जीत जाएगा।
  • ऐसे उदाहरण हैं जहां लोकप्रिय वोट (Popular vote) जीतने वाला उम्मीदवार चुनाव हार गया। चुनाव जीतने के लिए, एक उम्मीदवार को 270 से अधिक इलेक्टोरल वोट हासिल करने की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए 2000 में जॉर्ज डब्ल्यू बुश (George W. Bush) ने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार अल गोर (Al Gore) से लोकप्रिय वोट हारने के बावजूद चुनाव जीता था। ऐसा ही वर्ष 2016 के चुनाव में Hillary Clinton को Popular vote प्राप्त होने के बावजूद वह Donald Trump से हार गयी थी।

चुनाव के दिन (election Day)

  • संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव हर चार साल में चुनाव दिवस पर होता है, जो नवंबर के पहले सोमवार के बाद आने वाले पहले मंगलवार को होता है। 2024 का राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर 2024 को होगा।
  • संसदीय शासन प्रणाली के विपरीत, राष्ट्रपति प्रणाली में कार्यपालिका और विधायिका (Executive and Legislature) के बीच स्पष्ट सीमांकन होता है।
  • राष्ट्रपति प्रणाली में कार्यपालिका विधायिका के प्रति उत्तरदायी नहीं होती है, इसलिए बहुमत न मिलने पर भी सरकार भंग नहीं होती है।
  • इसके अलावा, यदि राष्ट्रपति का पद रिक्त हो जाता है, तो पुनः चुनाव की आवश्यकता नहीं होती है और उपराष्ट्रपति शेष कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति के रूप में कार्य करता है।इसलिए चुनाव की तिथियाँ निश्चित होती हैं और इसे प्रतिनिधि सभा, सीनेट, राज्यपालों और राज्य विधानमंडलों के चुनावों जैसे अन्य चुनावों के साथ जोड़ा जा सकता है।
  • भारत जैसे देशों में इसे दोहराना कठिन है, जहां संसद और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की बात हो रही है, क्योंकि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर पाएगी

नवम्बर माह का मंगलवार ही क्यों ?

जब मतदाता घोड़े पर सवार होकर मतदान केन्द्रों पर जाते थे, तो मंगलवार एक आदर्श दिन होता था क्योंकि इससे लोग रविवार को पूजा कर सकते थे, सोमवार को अपनी काउंटी सीट पर सवारी कर सकते थे और मंगलवार को मतदान कर सकते थे – यह सब बुधवार को बाज़ार के दिन से पहले होता था। नवंबर फसल कटाई के समय और कठोर सर्दियों के मौसम के बीच भी फिट बैठता है।

चरण 5: इलेक्टोरल कॉलेज (Electoral College)

  • प्रत्येक राज्य के Winning Electors समूह दिसंबर में अपने-अपने राज्य की राजधानी में राष्ट्रपति पद के लिए अलग-अलग मतपत्रों पर अपने निर्वाचक मत डालने के लिए मिलते हैं।
  • अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव इलेक्टोरल कॉलेज (Electoral College) नामक संस्था द्वारा किया जाता है। संविधान केवल यह कहता है कि Electoral College में बहुमत प्राप्त करने वाला उम्मीदवार राष्ट्रपति बनता है।
  • इसमें लोकप्रिय वोट के बारे में कुछ नहीं कहा गया है। संविधान निर्माताओं का उद्देश्य सार्वजनिक राय को समझदार और अनुभवी लोगों के समूह के माध्यम से फिल्टर (Filter) करना था; वे नहीं चाहते थे कि राष्ट्रपति का चुनाव सीधे जनता द्वारा किया जाए।
  • प्रत्येक Elector आम चुनाव के बाद एक इलेक्टोरल वोट डालता है। कुल मिलाकर 538 Electoral वोट होते हैं।
  • जो उम्मीदवार आधे (270) से अधिक वोट प्राप्त करता है वह चुनाव जीत जाता है।
  • जनवरी के प्रारम्भ में, आगामी कांग्रेस के संयुक्त सत्र में मतों की गणना की जाती है।
  • यदि किसी भी उम्मीदवार को निर्वाचक मंडल में बहुमत नहीं मिलता (वर्तमान में कम से कम 270), तो राष्ट्रपति का निर्णय प्रतिनिधि सभा के मतदान द्वारा किया जाएगा।
  • इसके बाद निर्वाचित राष्ट्रपति उद्घाटन दिवस (Inauguration Day)- 20 जनवरी को पदभार ग्रहण करते हैं ।

कुछ संबंधित शब्द (Some related words)-

सुपर PACs (Super PACs)-

  • सुपर PAC स्वतंत्र राजनीतिक समितियां हैं जो कंपनियों, यूनियनों या व्यक्तियों से असीमित, अक्सर गुमनाम, दान के साथ किसी उम्मीदवार का समर्थन करती हैं। समूह सीधे किसी उम्मीदवार को योगदान नहीं दे सकते हैं, लेकिन वे किसी उम्मीदवार के बारे में अनुकूल विज्ञापन चला सकते हैं – या अपने पसंदीदा उम्मीदवार के प्रतिद्वंद्वी के बारे में नकारात्मक विज्ञापन चला सकते हैं। सुपर PAC द्वारा प्रायोजित अधिकांश विज्ञापन नकारात्मक होते हैं और काफी स्वतंत्रता लेते हैं।

सुपर मंगलवार (Super Tuesday)-

वह दिन जब एक दर्जन से अधिक अमेरिकी राज्य अपने प्राइमरी और कॉकस आयोजित करते हैं, जिससे डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी में वर्ष के किसी भी अन्य दिन की तुलना में अधिक प्रतिनिधि दांव पर लगते हैं, उसे सुपर मंगलवार कहा जाता है।

निष्कर्ष (conclusion) –

अमेरिका के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को सीधे मतदाताओं द्वारा नहीं चुना जाता है। यह राज्यों से ‘इलेक्टर्स’ होते हैं जो अमेरिकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। इलेक्टोरल कॉलेज में 538 इलेक्टोरल वोट होते हैं (50 राज्यों और कोलंबिया जिले से)। चुनाव के नतीजे बड़े राज्यों में मतदाताओं के व्यवहार से काफी प्रभावित होते हैं। चुनाव जीतने के लिए उम्मीदवार को 270 इलेक्टोरल वोट प्राप्त करने होते हैं।

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