संदर्भ:
भारतीय ग्रे भेड़िया (Indian Grey Wolf), जो घास के मैदानों का शीर्ष शिकारी और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने वाला प्रमुख जीव है, अब तेजी से विलुप्ति की ओर बढ़ रहा है। इसके पीछे मुख्य कारण हैं:
- आवारा कुत्तों का बढ़ता खतरा– ये कुत्ते भोजन के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं, और भेड़ियों के साथ मेल-जोल (hybridization) भी कर रहे हैं।
- बीमारियों का प्रसार– आवारा कुत्तों से संक्रामक रोग फैल रहे हैं, जिससे भेड़ियों की आबादी पर असर पड़ रहा है।
- आवासीय क्षेत्रों में दखल– मनुष्यों और आवारा कुत्तों की बढ़ती गतिविधियाँ भेड़ियों के प्राकृतिक आवास को नुकसान पहुँचा रही हैं।
भारतीय ग्रे वुल्फ (Indian Grey Wolf)
परिचय
- भारतीय ग्रे वुल्फ (Indian Grey Wolf) ग्रे वुल्फ (Grey Wolf) की एक उप-प्रजाति है।
- मुख्य रूप से भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण-पश्चिम एशिया में पाया जाता है।
आवास (Habitat)
- प्राकृतिक स्थान:
- झाड़ीदार भूमि (Scrublands)
- अर्ध-शुष्क घास के मैदान (Semi-arid grasslands)
- चरागाही कृषि पारिस्थितिकी तंत्र
- वितरण क्षेत्र: पश्चिम में इसराइल से पूर्व में भारतीय उपमहाद्वीप तक।
आकार और रूप (Appearance)
- आकार: तिब्बती और अरब वुल्फ के बीच का आकार।
- विशेषताएं: गर्म जलवायु के अनुकूल होने के कारण मोटी सर्दी वाली त्वचा अनुपस्थित।
संरक्षण और कानूनी स्थिति (Legal Protection and Forest Rules)
IUCN संरक्षण स्थिति:
- लाल सूची: “Least Concern” (कम चिंता), लेकिन भारत में तेजी से घटती जनसंख्या के कारण स्थानीय रूप से संकटग्रस्त।
CITES (वन्यजीव व्यापार पर प्रतिबंध):
- अनुबंध–I: विलुप्ति के खतरे से घिरे प्रजातियों में शामिल।
वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972:
- अनुसूची–I: भारत में उच्चतम स्तर का संरक्षण।
- अधिकार: शिकार या नुकसान पहुँचाने पर कड़ी सजा।