भारतीय सेना की सैन्य क्षमताओं को और सशक्त बनाने के उद्देश्य से, निजी ड्रोन निर्माता कंपनी एंड्योरएयर ने पूर्वी सैन्य क्षेत्र में सबल-20 लॉजिस्टिक्स ड्रोन की आपूर्ति की है। यह ड्रोन भारतीय सेना के लिए एक महत्वपूर्ण तकनीकी प्रगति है, जो हवाई रसद में सहायता करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
सबल-20 लॉजिस्टिक्स ड्रोन के बारे में:
सबल-20 एक विद्युत-मानवरहित हेलीकॉप्टर है, जो परिवर्तनीय पिच प्रौद्योगिकी पर आधारित है और विशेष रूप से हवाई रसद के लिए तैयार किया गया है। इसे एंड्योरएयर कंपनी द्वारा निर्मित किया गया है, और यह सटीक लॉजिस्टिक्स, उच्च ऊंचाई पर संचालन और लंबी दूरी की डिलीवरी जैसे कार्यों में सहायक होता है।
विशेषताएँ:
- टेंडम रोटर कॉन्फ़िगरेशन: इसमें दो रोटर होते हैं, जो इसे उल्लेखनीय स्थिरता, उच्च ऊंचाई पर बेहतर प्रदर्शन, न्यूनतम अशांति जोखिम और विभिन्न इलाकों में उत्कृष्ट उठाने की क्षमता प्रदान करते हैं।
- पेलोड क्षमता: यह 20 किलोग्राम तक का पेलोड उठाने में सक्षम है, जो इसके स्वयं के वजन के 50 प्रतिशत के बराबर है। भविष्य की जरूरतों के लिए इसमें स्केलेबल विकल्प भी उपलब्ध हैं।
- ऊबड़-खाबड़ इलाकों में कार्य: यह सीमित और ऊबड़-खाबड़ इलाकों में भी कार्य कर सकता है। इसका कम RPM (प्रति मिनट चक्कर) डिज़ाइन शोर को कम करता है, जिससे संवेदनशील मिशनों में इसकी गोपनीयता बढ़ जाती है।
- VTOL (वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग) तकनीक: इसकी VTOL तकनीक इसे सीमित स्थानों और कठिन वातावरण में भी संचालित करने में सक्षम बनाती है, जिससे यह कठिन परिस्थितियों में भी उपयोगी होता है।
- स्वायत्त उड़ान क्षमताएँ: इसमें अत्याधुनिक स्वायत्त उड़ान क्षमताएँ और उपयोगकर्ता-अनुकूल नियंत्रण हैं, जो जटिल कार्यों को सरल बनाते हैं और ऑपरेटर की दृष्टि से परे होने पर भी विश्वसनीय प्रदर्शन सुनिश्चित करते हैं।
सबल-20 ड्रोन भारतीय सेना के लिए लॉजिस्टिक्स और मिशन सपोर्ट के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी तकनीकी विकास है, जो कठिन क्षेत्रों में उच्च प्रदर्शन और गोपनीयता प्रदान करता है।