Made in India H125 helicopter
संदर्भ:
एयरबस हेलीकॉप्टर्स और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स ने मिलकर भारत का पहला निजी हेलीकॉप्टर असेंबली प्लांट लगाने की घोषणा की है। यह प्लांट कर्नाटक के वेमागल में स्थापित होगा। प्लांट में मेड इन इंडिया H125 हेलीकॉप्टर बनाए जाएंगे, और पहला हेलीकॉप्टर 2027 की शुरुआत में तैयार होने की उम्मीद है।
भारत में ‘मेड इन इंडिया’ H125 हेलीकॉप्टर की पहली डिलीवरी 2027 में:
टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स भारत में H125 हेलीकॉप्टर का असेंबली, टेस्टिंग और फाइनल उड़ान परीक्षण करेगा।
- पहली डिलीवरी: 2027 की शुरुआत में
- निर्यात: दक्षिण एशिया के अन्य देशों को
- भविष्य योजना: H125 का मिलिट्री वर्जन H125M भी भारत में तैयार किया जाएगा, जिसमें देश में बने कंपोनेंट्स और तकनीक का अधिक इस्तेमाल होगा।
H125 हेलीकॉप्टर: परिचय और प्रमुख विशेषताएँ
H125 हेलीकॉप्टर, जिसे पहले Eurocopter AS350 Écureuil (Squirrel) कहा जाता था, एयरबस हेलीकॉप्टर्स का एक सिंगल–इंजन मल्टी–मिशन हेलीकॉप्टर है। इसे ‘मेड इन इंडिया’ के रूप में भारत में असेंबल किया जाएगा, जिससे देश की सिविल और रक्षा जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा।
मुख्य तकनीकी विशेषताएँ और प्रदर्शन:
- उच्च ऊंचाई क्षमता: H125 ने 8,848 मीटर की ऊँचाई पर सफलतापूर्वक उतरने और उड़ान भरने का रिकॉर्ड बनाया है, जो इसे हिमालयी और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में संचालन के लिए उपयुक्त बनाता है।
- इंजन और शक्ति: इसमें फ्रांस की Safran कंपनी का Arriel 2D turboshaft इंजन लगा है, जो इसे कठिन परिस्थितियों में भी भरोसेमंद बनाता है।
- केबिन और क्षमता: हेलीकॉप्टर का केबिन बड़ा है और इसमें पायलट समेत 5-6 अतिरिक्त लोग आसानी से बैठ सकते हैं।
- कार्गो क्षमता: इसमें कार्गो हुक लगा है, जो 1,400 किलो तक का वजन कहीं भी पहुंचा सकता है, जिससे यह एक उत्कृष्ट ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर बन जाता है।
- सुरक्षा और नेविगेशन: इसमें क्रैश-रेसिस्टेंट फ्यूल सिस्टम और आधुनिक नेविगेशन सिस्टम है, जिससे पायलट को कम प्रयास में हेलीकॉप्टर उड़ाने की सुविधा मिलती है।
मल्टी–मिशन और उपयोगिता:
H125 को कई अलग-अलग मिशनों के लिए कॉन्फ़िगर किया जा सकता है:
- आपदा राहत और बचाव ऑपरेशन
- आग बुझाने के अभियान
- कानून प्रवर्तन और सुरक्षा संचालन
- मेडिकल ट्रांसपोर्ट और एयर एम्बुलेंस सेवाएँ
- पैसेंजर ट्रांसपोर्ट और पर्यटन
इसकी बहुआयामी क्षमताओं और मजबूत डिजाइन के कारण इसे सिविल और पैरापब्लिक सेक्टर दोनों में व्यापक उपयोग के लिए उपयुक्त माना जाता है।
भारत में उपयोग:
- सैन्य क्षेत्र: हिमालयी क्षेत्रों में सेना के लिए लाइट मल्टी–रोल हेलीकॉप्टर के रूप में आदर्श।
- सिविल और पैरापब्लिक क्षेत्र: आपदा राहत, इमरजेंसी मेडिकल फ्लाइट्स, पर्यटन और कानून प्रवर्तन के लिए नई संभावनाएँ।
- वैश्विक उपयोग: दुनिया भर के 100 से अधिक देशों में H125 के अलग-अलग वेरिएंट्स के 5,000+ हेलीकॉप्टर सेवाओं में हैं।
एयरबस के बारे मे:
एयरबस एक प्रमुख यूरोपीय एयरोस्पेस कंपनी है, जो वाणिज्यिक और सैन्य विमानों के साथ-साथ रक्षा और अंतरिक्ष उद्योग के लिए अत्याधुनिक उत्पाद बनाती है। यह अमेरिकी कंपनी बोइंग के साथ मिलकर दुनिया की दो सबसे बड़ी विमान निर्माताओं में गिनी जाती है।
मुख्य जानकारी
- स्थापना: 1970 में यूरोपीय एयरोस्पेस कंपनियों के एक संघ के रूप में।
- मुख्यालय: कानूनी रूप से नीदरलैंड के लीडेन में पंजीकृत; मुख्य कार्यालय ब्लैग्नैक (फ्रांस) में।