coastal Security Exercise Sagar Kavach-2025
संदर्भ:
भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard – ICG) ने 19–20 नवंबर 2025 के बीच महाराष्ट्र और गोवा तटरेखा पर दो-दिवसीय व्यापक तटीय सुरक्षा अभ्यास ‘सागर कवच-02/25’ सफलतापूर्वक आयोजित किया। जिसके माध्यम से भारत की बहु-स्तरीय तटीय सुरक्षा संरचना की मजबूती का परीक्षण और एजेंसियों के बीच समन्वय बढ़ाने की क्षमता विकसित की गई।
सागर कवच क्या है?
सागर कवच भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) द्वारा तटीय सुरक्षा ढाँचे की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने हेतु आयोजित किया जाने वाला एक व्यापक तटीय सुरक्षा अभ्यास (Coastal Security Exercise) है। इसे भारत के संवेदनशील तटवर्ती क्षेत्रों—विशेष रूप से पश्चिमी और पूर्वी समुद्र तटों—पर समय-समय पर आयोजित किया जाता है। यह Multi-layered Coastal Security Mechanism पर आधारित है।
सागर कवच का उद्देश्य:
- समन्वय: सागर कवच का मूल उद्देश्य भारत की तटीय सुरक्षा प्रणाली की कमियों, अंतर-एजेंसी समन्वय और प्रतिक्रिया क्षमता का आकलन करना है।
- निगरानी व्यवस्था: इसका एक और महत्वपूर्ण लक्ष्य है—समुद्री निगरानी (Maritime Surveillance) और तटीय खुफिया तंत्र (Coastal Intelligence Network) को मजबूत करना है।
सागर कवच 2025 अभ्यास के प्रमुख बिंदु:
2025 में आयोजित सागर कवच-02/25 महाराष्ट्र और गोवा तटरेखा पर आयोजित किया गया, जिसमें दो दिनों तक व्यापक सुरक्षा सिमुलेशन किए गए।
- इस अभ्यास में 6,000 से अधिक कर्मियों और 115 से अधिक समुद्री एवं हवाई संसाधनों ने भाग लिया, जिनमें भारतीय तटरक्षक बल के जहाज़, डोर्नियर विमान, चेतक हेलीकॉप्टर, एयर-कुशन वाहन, नौसेना के पोत, मरीन पुलिस की नावें, कस्टम्स और CISF के संसाधन, तथा मत्स्य विभाग की नौकाएँ शामिल थीं।
- इस अभ्यास में कुल 19 केंद्रीय और 13 राज्य एजेंसियों ने भाग लिया, साथ ही 1 प्रमुख बंदरगाह और 21 छोटे बंदरगाह भी शामिल थे।
- अभ्यास के दौरान समुद्री घुसपैठ, संदिग्ध नावों की ट्रैकिंग, तटीय परिसंपत्तियों की सुरक्षा, बंदरगाह रक्षा, संचार नेटवर्क, सूचना-साझेदारी तंत्र और प्रतिक्रिया-समय का परीक्षण किया गया।
सागर कवच का महत्व:
- तटरेखा की सुरक्षा: भारत की 7,516 किमी लंबी तटरेखा, व्यापारिक समुद्री मार्गों, ऊर्जा प्रतिष्ठानों, बंदरगाहों और तटीय समुदायों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करना राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- सुदृढ़ सुरक्षा प्रणाली: सागर कवच इस सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में केंद्रीय भूमिका निभाता है, क्योंकि इसमें देश की तटीय निगरानी क्षमता, समुद्री खुफिया तंत्र और संयुक्त परिचालन संरचना को वास्तविक परिस्थिति में परखा जाता है।
- समुद्री सुरक्षा नीति: यह अभ्यास भारत की समुद्री सुरक्षा नीति, SAGAR (Security and Growth for All in the Region) दृष्टिकोण और समुद्री क्षेत्र जागरूकता (Maritime Domain Awareness) को सुदृढ़ करता है।
- अंतर-एजेंसी तैयारी: इसके माध्यम से तटीय राज्यों के बीच सहयोग बढ़ता है, यह अंतर-एजेंसी तैयारी को भी परिष्कृत करता है, जिससे तटीय आतंकवाद, ट्रांसनेशनल क्राइम और समुद्री घुसपैठ जैसी चुनौतियों का समय रहते मुकाबला किया जा सके।
- ब्ल्यू ईकोनोमी: सागर कवच राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति के तहत भारत की समुद्री सीमाओं को संरक्षित रखने की क्षमता का सबसे विश्वसनीय परीक्षण है, जो लंबी अवधि में भारत की Blue Economy और Maritime Governance को भी सुरक्षित बनाता है।

