UK Election Results
ब्रिटेन में आम चुनाव के लिए वोटों की गिनती लगभग पूरी हो चुकी है। बीते 4 जुलाई को हुए मतदान के तुरंत बाद ही मतगणना शुरू हो गई और 5 जुलाई को UK Election 2024 के नतीजे दुनिया के सामने आ चुके हैं।
मतदान के बाद जारी किए गए नतीजों में लगभग 14 साल बाद ऋषि सुनक की नेतृत्व वाली कंजर्वेटिव पार्टी को कीर स्टॉर्मर की अगुवाई वाली लेबर पार्टी ने करारी शिकस्त दी है और डेढ़ दशक बाद पुनः सत्ता में वापसी करने में कामयाब हो पाई है।
यूके इलेक्शन के अब तक आए नतीजे में लेबर पार्टी ने हाउस ऑफ कॉमन्स के 650 सीटों में से 410+ सीटें जीतकर बहुमत के जादुई आंकड़े को पार कर चुकी है। वही सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को मात्र 120 सीटों पर ही जीत मिली है।आपको बता दें कि ब्रिटिश संसद (हाउस ऑफ कॉमंस) में कुल 650 सीटें हैं।
कैसे होता है ब्रिटेन में चुनाव:–
- ब्रिटेन में चुनाव आमतौर पर गुरुवार के दिन ही होता है और एक ही दिन में संपन्न भी हो जाता है।
- नियमानुसार यहां चुनाव सुबह 7:00 बजे से लेकर रात 10:00 बजे तक होता है। यहां की खास बात यह है कि यहां मतदान खत्म होने के तुरंत बाद ही मतगणना शुरू हो जाती है।
- यूनाइटेड किंगडम को 650 निर्वाचन क्षेत्र में बांटा गया है और सभी क्षेत्रों ‘फर्स्ट पास्ट द पोस्ट सिस्टम’ के तहत सबसे ज्यादा वोट पाने वाला उम्मीदवार सांसद बन कर हाउस ऑफ कॉमंस में प्रवेश करते हैं और अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- भारत में भी संसदीय प्रणाली की सरकार ब्रिटिश (यूके) संविधान से ली गई है।भारत और ब्रिटेन के चुनावों में बहुत समानताएं होती हैं।
कौन–कौन डाल सकता है वोट:–
- अगर बात करें यहां के मतदाताओं की तो 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को ही मतदान करने का अधिकार है।
- यहां अगर कोई भी नागरिक जेल में बंद है तो उसे मतदान करने का अधिकार प्राप्त नहीं है।
- विदेश में रहने वाले ब्रिटिश नागरिक जिनके निर्वाचन क्षेत्र में मतदान होना है। वे पहले वहां के निवासी या मतदाता सूची में शामिल थे, वो भी वोट डाल सकते हैं।
प्रमुख पार्टियां:–
भारत की तरह ही यहां पर भी कई छोटी बड़ी राजनीतिक पार्टियां हैं लेकिन कंजर्वेटिव पार्टी और लेबर पार्टी यहां की दो प्रमुख पार्टियों है, जो लगातार कई वर्षों से परस्पर यूनाइटेड किंगडम की सत्ता को संभालती है। सामान्यतः इन्ही दो पार्टियों में सत्ता पर काबिज होने की होड़ रहती है।
पिछले डेढ़ दशकों से कंजर्वेटिव पार्टी सरकार में थी। 2019 में कंजर्वेटिव पार्टी को 365 सीटों पर जीत मिली थी जबकि 2024 के नतीजों के अनुसार लेबर पार्टी को भारी बहुमत मिला है और जो कि UK की पॉलिटिक्स में बड़ा फेरबदल है। 2019 में लेबर पार्टी को मात्र 202 सीट ही मिले थे।
राजनीतिक पार्टियों के मुख्य विचारधारा:–
यूके की दो मुख्य पार्टियों के विचारधाराओं की बात करें तो कंजर्वेटिव पार्टी शुरू से ही सेंटर राइट वाली विचारधारा का समर्थन करती है जबकि लेबर पार्टी मजदूरों के हक की बात यानी सेंटर लेफ्ट का समर्थन करती है।
इन दोनों पार्टियों के अलावा लिबरल डेमोक्रेट्स पार्टी भी सेंटर लेफ्ट का समर्थन करती है। हालांकि यह पार्टी 2010–2015 तक कंजर्वेटिव पार्टी (जो कि सेंटर साइट की पार्टी है) उसके साथ सत्ता में भी रह चुकी है।
ब्रिटेन की संसद का स्वरूप:–
- UK की संसद दुनिया की सबसे पुरानी विधायिकाओं में से एक है।
- यह संसद संवैधानिक राजतंत्र के साथ संसदीय प्रणाली पर भी काम करती है।
- यहां की संसद तीन मुख्य केंद्रीय तत्व से मिलकर बनी है।
- यहां हाउस ऑफ लॉट्स, हाउस ऑफ कॉमन्स के साथ ही राज्य की सर्वोच्च शक्ति यहां के राजा या रानी(King/Queen) के पास होता है, जो राजतंत्र से प्रेरित है जिसे संप्रभु (sovereign) कहते हैं।
UK में शासन का स्वरूप:–
- ब्रिटिश सरकार का नेतृत्व प्रधानमंत्री करते हैं, और प्रधानमंत्री की नियुक्ति ब्रिटेन के किंग/क्वीन करते हैं।जिसके बाद प्रधानमंत्री अन्य मंत्रियों को नियुक्त करते हैं।
- प्रधानमंत्री एवं सरकार के सारे मंत्री संसद के सदस्य होते हैं, और अपने मंत्रालय की नातियों और कार्यों के विषय में, संसद के प्रति जवाबदेह होते हैं।
- संसद का काम दो सदनों का काम एक जैसा है, कानून बनाना सरकार के काम की जाँच करना, और मौजूदा मुद्दों पर बहस करना।
- कैबिनेट सरकार के वरिष्ठ सदस्यों से बना होता है। संसद के दौरान हर हफ़्ते मंत्रिमंडल के सदस्य (सभी विभागों के राज्य सचिव और कुछ अन्य मंत्री) सरकार के लिए सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मिलते हैं।
- सरकारी नीति को व्यवहार में लाने के लिए विभाग और उनकी एजेंसियां जिम्मेदार हैं।
- संसद द्वारा पारित होने से पहले कानून कई चरणों से गुजरते हैं। हाउस ऑफ कॉमन्स और हाउस ऑफ लॉर्ड्स मिलकर उन्हें बनाते हैं।
- वे विधेयक जिन्हें कॉमन्स, लॉर्ड्स और किंग द्वारा अनुमोदित किया गया है। संबंधित सरकारी विभाग उस अधिनियम को व्यवहार में लाने के लिए जिम्मेदार होता है।
हाउस ऑफ लॉट्स (House of lords):–
हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स UK की संसद का उच्च सदन है। इस सदन में मुख्य रूप से प्रधानमंत्री की सलाह पर संप्रभु के द्वारा कुछ आजीवन सदस्यों को भी नियुक्त किया जाता है। ये सदस्य हाउस ऑफ लॉर्ड्स में वंशानुगत तौर पर राज परिवार से जुड़े होते हैं इनकी संख्या लगभग 92 है, जबकि इस सदन में कुल 784 सदस्य होते हैं।
हाउस ऑफ कॉमन्स (House of Commons):–
हाउस ऑफ कॉमन्स UK की संसद का निम्न सदन होता है। इस सदन में लगभग 650 सदस्य होते हैं। प्रत्येक 5 वर्ष पर इन सभी सीटों पर सांसद का चुनाव होता है। इस सदन में सभी सांसद निर्वाचित होते हैं और संवैधानिक परंपरा के अनुसार प्रधानमंत्री सहित अधिकतर कैबिनेट मंत्री भी इसी सदन के होते हैं।
संप्रभु (Sovereign):–
- UK राज्य का मुखिया (Head of state) राजा/रानी (king/queen) होते है।
- किंग के सबसे अहम कामों में ब्रिटेन में आम चुनावों के बाद सरकार की नियुक्ति शामिल है।
- चुनाव जीतने वाली पार्टी के नेता को किंग राजनिवास बकिंघम पैलेस बुलाते हैं और उन्हें सरकार बनाने के लिए औपचारिक आमंत्रण देते हैं।
- ब्रिटेन में आम चुनावों से पहले सरकार को भंग करने का अधिकार भी किंग के पास होता है।
- किंग संसदीय सत्र की शुरुआत उद्घाटन समारोह में करते हैं और अपने भाषण में सरकार की योजनाएं तय करते हैं।ये भाषण ब्रिटिश संसद के उच्च सदन हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स में होता है.
हंग पार्लियामेंट:–
- यूनाइटेड किंगडम में अगर किसी भी सरकार को बहुमत यानी (326 सीटें) नहीं मिलता है, तो हंग पार्लियामेंट हो जाता है।
- इस स्थिति में सबसे अधिक सीटें जीतने वाली पार्टी को सरकार बनाने का मौका मिलता है। हालांकि यह सरकार अल्पमत की सरकार होती है।
- ऐसी सरकार को किसी भी तरह के कानून को पारित करने के लिए दूसरे दल से भी समर्थन मिलना जरूरी होता है। क्योंकि बिना दूसरे दलों के समर्थन लिए अल्पमत की सरकार देश का विधान नहीं बना सकती है।
- यदि किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता है तो वह भारत की तरह ही अन्य पार्टियों को मिलाकर गठबंधन की सरकार बन सकता है।
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