Coral restoration in Gulf of Mannar
संदर्भ:
तमिलनाडु के तट से लगे मन्नार की खाड़ी में स्थित कोरल रीफ्स ने दो दशकों से अधिक की वैज्ञानिक संरक्षण और पुनर्स्थापन प्रयासों के चलते महत्वपूर्ण पुनर्जीवन देखा है।
प्रवाल (Corals) के बारे में
- परिचय: प्रवाल (Corals) अकशेरुकी जीव हैं, जो Cnidaria नामक बड़े समूह के अंतर्गत आते हैं।
- निर्माण: प्रवाल छोटे-छोटे कोमल जीवों (polyps) से बनते हैं। ये जीव सुरक्षा हेतु अपने चारों ओर चूने जैसा कठोर आवरण (कैल्शियम कार्बोनेट) बनाते हैं।
- प्रवाल भित्तियाँ (Coral Reefs): असंख्य polyps मिलकर विशाल कार्बोनेट संरचनाएँ बनाते हैं, जिन्हें प्रवाल भित्तियाँ कहते हैं।
- रूप–रंग (Appearance): प्रवाल लाल से लेकर बैंगनी और नीले रंग तक पाए जाते हैं, लेकिन प्रायः भूरे और हरे रंग की छाया में अधिक मिलते हैं।
भारत में प्रवाल भित्तियाँ
- कच्छ की खाड़ी (Gulf of Kutch)
- मन्नार की खाड़ी (Gulf of Mannar)
- अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह
- लक्षद्वीप द्वीप
- मालवन क्षेत्र
मन्नार की खाड़ी (Gulf of Mannar)
- विशेषता: यह भारत के प्रवाल-समृद्ध क्षेत्रों में से एक है, जो लगभग 100 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली है। यहाँ प्रवाल की लगभग 117 प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
- स्थान: यह लाक्षद्वीप सागर का एक उथला बड़ा खाड़ी क्षेत्र है, जो भारत के दक्षिण-पूर्वी छोर और श्रीलंका के पश्चिमी हिस्से के बीच स्थित है।
- सीमाएँ:
- रामेश्वरम द्वीप
- आदम (रामसेतु) ब्रिज – छोटे-छोटे टापुओं और रेत के टीले की शृंखला
- मन्नार द्वीप
- आकार: लगभग 130–275 किमी चौड़ी और 160 किमी लंबी।