07 सितंबर 2024 को जयपुर में अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु नील गगन दिवस (स्वच्छ वायु दिवस) मनाया गया। इस अवसर पर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने ‘स्वच्छ वायु सर्वेक्षण पुरस्कार 2024‘ वितरित किए।
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण (SVS) के बारे में –
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण (SVS), पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) द्वारा शुरू की गई एक नई पहल है, जिसका उद्देश्य वायु गुणवत्ता के आधार पर शहरों को रैंक प्रदान करना और राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत 131 गैर-प्राप्ति शहरों में स्वीकृत गतिविधियों के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना है।
- यदि कोई शहर 5 वर्ष की अवधि में लगातार PM10 या NO2 के लिए राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानक (NAAQS) की शर्तों को पूरा करने में असफल रहता है, तो उसे गैर-प्राप्ति शहर घोषित कर दिया जाता है।
- शहरों का वर्गीकरण 2011 की जनगणना के आधार पर किया गया है।
- शहरों के मूल्यांकन के लिए आठ प्रमुख बिंदु निर्धारित किए गए हैं:
- बायोमास नियंत्रण
- नगरपालिका ठोस अपशिष्ट का दहन
- सड़क धूल प्रबंधन
- निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट से उत्सर्जित धूल का नियंत्रण
- वाहन उत्सर्जन में कमी
- औद्योगिक उत्सर्जन की निगरानी
- जन जागरूकता बढ़ाना
- PM10 सांद्रता में सुधार
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण पुरस्कार 2024:
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण पुरस्कार 2024 के तहत तीन श्रेणियों में विजेता शहरों के नगर आयुक्तों को नकद पुरस्कार, ट्रॉफी और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले NCAP शहर :
- स्वच्छ वायु सर्वेक्षण पुरस्कार श्रेणी-1(10लाख से अधिक जनसंख्या)
- सूरत (गुजरात)
- जबलपुर (मध्यप्रदेश)
- आगरा (उत्तरप्रदेश)
- श्रेणी-2 (3 से 10 लाखके बीच की जनसंख्या)
- फिरोजाबाद (उत्तरप्रदेश)
- अमरावती (महाराष्ट्र)
- झांसी (उत्तरप्रदेश)
- श्रेणी-3 (3 लाखसे कम जनसंख्या)
- रायबरेली (उत्तरप्रदेश)
- नलगोंडा (तेलंगाना)
- नालागढ़ (हिमाचल प्रदेश)
केंद्रीय मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने सभी शहरों को प्रोत्साहित करते हुए मिशन लाइफ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने युवा वैज्ञानिकों और छात्रों को ‘आईडियाज फॉर लाइफ‘ अभियान में भाग लेने और सात स्थायी जीवनशैली पहल पर नवाचारी विचार प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया।
NCAP कार्यक्रम और वायु गुणवत्ता सुधार के प्रयास:
- इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के अंतर्गत किए गए कार्यों की सराहना की गई।
- एक वीडियो प्रदर्शित किया गया जिसमें 131 NCAP शहरों में वायु गुणवत्ता में सुधार का आकलन प्रस्तुत किया गया।
- 51 शहरों ने पीएम10 के स्तर में 20% से अधिक की कमी दिखाई, जिसमें से 21 शहरों ने 40% से अधिक सुधार हासिल किया।
स्वच्छ वायु दिवस की थीम और समापन:
इस वर्ष के आयोजन की थीम ‘स्वच्छ वायु में निवेश करें‘ थी। केंद्रीय और राज्य सरकारों के अधिकारियों, विशेषज्ञों और छात्रों की उपस्थिति ने इसे एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम बनाया, जिसमें वायु गुणवत्ता सुधार के लिए ठोस कदम उठाने पर बल दिया गया।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP):राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) का मुख्य उद्देश्य वायु प्रदूषण की समस्या को एक व्यवस्थित तरीके से संबोधित करना है, जिसमें सभी संबंधित पक्षों की भागीदारी सुनिश्चित की जाती है। NCAP के तहत, 131 शहरों को विशिष्ट कार्य योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए चुना गया है। लक्ष्य: · NCAP का उद्देश्य वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए एक राष्ट्रीय ढांचा तैयार करना है, जो भारत में अपनी तरह की पहली पहल है। · इसके तहत, अगले पांच वर्षों (2017 को आधार वर्ष मानते हुए) में PM10 और PM2.5 की सांद्रता में कम से कम 20% की कमी करने का लक्ष्य रखा गया है। निगरानी: पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) ने NCAP के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए “प्राण” पोर्टल लॉन्च किया है।
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