केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने मुंबई में मुंबई समाचार (बॉम्बे समाचार) की डॉक्यूमेंट्री ‘200 नॉट आउट’ का विमोचन किया।
मुंबई समाचार (बॉम्बे समाचार) के बारे में:
मुंबई समाचार भारत का पहला समाचार पत्र था, जो 1822 में मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) में प्रकाशित हुआ था। यह एक मराठी भाषा का साप्ताहिक समाचार पत्र था, जो मुख्य रूप से मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में प्रसारित होता था।
मुंबई समाचार का इतिहास:
- स्थापना: मुंबई समाचार की स्थापना 1822 में मुंबई में हुई थी।
- प्रकाशक: समाचार पत्र का प्रकाशन मुंबई के एक पारसी परिवार, राखाबदास मलजी द्वारा किया जाता था।
- मराठी भाषा: मुंबई समाचार मराठी भाषा में प्रकाशित होता था, जो उस समय भारतीय उपमहाद्वीप में एक प्रमुख भाषा थी।
- सामग्री: समाचार पत्र में समाचार, लेख, कविताएं, और अन्य साहित्यिक सामग्री प्रकाशित होती थी।
- राजनीतिक मुद्दे: मुंबई समाचार में राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा होती थी, हालांकि यह अंग्रेजी सरकार की आलोचना से बचता था।
मुंबई समाचार का महत्व:
- भारतीय प्रेस का जनक: मुंबई समाचार को भारत में आधुनिक प्रेस का जनक माना जाता है।
- राष्ट्रीय जागरण: इस समाचार पत्र ने भारतीयों में राष्ट्रीय जागरण और स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- समाचार प्रसार: मुंबई समाचार ने भारत में समाचार और जानकारी के प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- साहित्यिक मंच: यह समाचार पत्र साहित्यकारों और लेखकों के लिए एक मंच प्रदान करता था।
समारोह की मुख्य बातें:
- मुंबई समाचार ने दो शताब्दियों से पत्रकारिता में विश्वसनीयता का एक महत्वपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत किया है।
- अखबार ने किसी विशेष विचारधारा से जुड़े बिना सत्य को प्रस्तुत करने की प्रतिबद्धता बनाए रखी है।
- मुंबई समाचार ने कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं की रिपोर्टिंग की है, जैसे 1857 की क्रांति, कांग्रेस की स्थापना, और स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख पल।
- अखबार ने कई उतार-चढ़ाव के बावजूद पत्रकारिता के मूल्यों को बनाए रखने में सफलता प्राप्त की है।
- पारसी समुदाय का सम्मान:
- पारसी समुदाय की सेवा और योगदान की सराहना की गई।
- इस समुदाय की सामाजिक और औद्योगिक उपलब्धियों को मान्यता दी गई और मुंबई समाचार के योगदान को भी सराहा गया।
- भाषा और संस्कृति की रक्षा:
- मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा को अनिवार्य करने की दिशा में उठाए गए कदमों की सराहना की गई।
- भाषाओं और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और उन्हें संजोने के महत्व को रेखांकित किया गया।
- मुंबई समाचार को एशिया का सबसे पुराना और विश्व का तीसरा सबसे पुराना क्रियाशील समाचार पत्र बताते हुए इसके 200 वर्षों की यात्रा की सराहना की गई।
- भविष्य की दिशा:
- देश की अर्थव्यवस्था की तेजी से वृद्धि और भविष्य की दिशा पर चर्चा की गई।
- भारत के विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने की उम्मीदों को व्यक्त किया गया।
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