संदर्भ:
Dare2eraD TB कार्यक्रम: जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) ने क्षय रोग (TB) से लड़ने के प्रयासों को तेज करते हुए जीनोमिक अनुक्रमण (Genomic Sequencing) पहल को आगे बढ़ाया है। मार्च 2025 तक, DBT ने माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के 10,000 नमूनों का अनुक्रमण पूरा किया है, जो 32,500 नमूनों के लक्ष्य का हिस्सा है।
- इस पहल का उद्देश्य दवा-प्रतिरोधी TB और भारत में इसके अनूठे जीनोमिक गुणों को समझना है।
- यह परियोजना सरकार के 2025 तक TB उन्मूलन के लक्ष्य के अनुरूप है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के 2030 लक्ष्य से पहले हासिल करने की योजना है।
Dare2eraD TB कार्यक्रम :
- शुरुआत: मार्च 2022 में विश्व टीबी दिवस (World TB Day) पर शुरू किया गया यह कार्यक्रम जीनोमिक अनुसंधान (Genomic Research) के माध्यम से टीबी (क्षय रोग) उन्मूलन पर केंद्रित है। इसे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से चलाया जा रहा है।
- मुख्य पहल: इस कार्यक्रम के तहत Indian Tuberculosis Genomic Surveillance Consortium (InTGS) गठित किया गया है, जो टीबी के विभिन्न स्ट्रेनों (Strains) की निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- कार्यक्रम के उद्देश्य:
- 32,200 Mycobacterium tuberculosis स्ट्रेनोंका जीनोमिक अनुक्रमण (Genome Sequencing) करना।
- भारत में MTB स्ट्रेनों का एक केंद्रीकृत बायोरिपॉजिटरी (Biorepository) बनाना।
- टीबी बैक्टीरिया के आनुवंशिक विविधता (Genetic Diversity) का मानचित्रणकरना और उनके उपचार परिणामों का अध्ययन करना।
- MTB के उत्परिवर्तन (Mutations) और दवा-प्रतिरोध (Drug Resistance) के बीच संबंधको समझना।
- घरेलू स्तर पर टीबी संक्रमण के फैलाव की समीक्षा करना।
- जीनोमिक डेटा को महामारी विज्ञान के साथ जोड़कर सार्वजनिक स्वास्थ्य नीतियों में सुधार करना।
भारत में क्षय रोग (टीबी) की वर्तमान स्थिति:
- दुनिया में सबसे अधिक टीबी मामले: भारत में सबसे अधिक टीबी के मामले दर्ज किए जाते हैं।
- 2022 में टीबी मामलों की संख्या: 2022 में 1,990 प्रति मिलियन टीबी मामले दर्ज किए गए, जो 2015 में 2,370 प्रति मिलियन थे।
- वैश्विक योगदान: भारत दुनिया के कुल नए टीबी मामलों का 28% हिस्सा रखता है।
- गुप्त (Latent) टीबी: ऐसे लोग जिनमें कोई लक्षण नहीं होते (अस्पष्ट टीबी), उनकी संख्या 3,000 प्रति मिलियन तक हो सकती है।
- TB उन्मूलन लक्ष्य: भारत ने 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा है, जो WHO के 2030 के लक्ष्य से 5 साल पहले है।
- WHO के अनुसार टीबी उन्मूलन के चरण:
- Eradication (उन्मूलन): रोग को लगभग शून्य तक लाना।
- Elimination (समाप्ति): प्रति मिलियन केवल 1 टीबी मामला रहना।
भारत में टीबी उन्मूलन के लिए उठाए गए प्रमुख कदम:
- राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP)
- क्षय रोग उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय रणनीतिक योजना (NSP) 2017-2025
- प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान
- निःक्षय पोषण योजना
- निःक्षय पोर्टल
- बैसिलस कैलमेट-गुएरिन (BCG) पुनः टीकाकरण