Dr. Jayant Vishnu Naralikar
संदर्भ:
प्रख्यात खगोलभौतिक विज्ञानी, विज्ञान संप्रेषक और पद्म विभूषण से सम्मानित डॉ. जयंत विष्णु नारळीकर का पुणे में निधन हो गया।
जयंत नारळीकर:
(Dr. Jayant Vishnu Naralikar)
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
- जन्म: 19 जुलाई 1938, कोल्हापुर, महाराष्ट्र
- स्नातक: बी.एच.यू. (1957 में Sc.)
- उच्च शिक्षा: कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
- Wrangler (गणित में उत्कृष्ट छात्र)
- Tyson Medal विजेता — गणित में सर्वोच्च सम्मान
वैज्ञानिक करियर:
- TIFR (टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान):
- 1972 में शामिल हुए
- 1989 तक Theoretical Astrophysics Group का नेतृत्व किया
- इस समूह को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाई
- IUCAA (Inter-University Centre for Astronomy and Astrophysics):
- 1988 में UGC द्वारा पुणे विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित कराया
- संस्थापक निदेशक (1988–2003)
- अंतर्राष्ट्रीय भूमिका: International Astronomical Union की Cosmology Commission के अध्यक्ष (1994–1997)
वैज्ञानिक योगदान:
- Hoyle–Narlikar Theory of Gravity:
- प्रसिद्ध अंग्रेज़ खगोलशास्त्री Fred Hoyle के साथ सह-विकसित
- यह गुरुत्वाकर्षण की एक वैकल्पिक सैद्धांतिक व्याख्या प्रस्तुत करती है
- जीवाणु अनुसंधान (1999–2003): अंतरिक्ष प्रयोग के ज़रिए 41 किमी ऊंचाई तक के वायुमंडल से सूक्ष्मजीवों को एकत्र किया
सम्मान और मान्यताएँ:
- 2004: Padma Vibhushan — भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान
2014: Sahitya Akademi पुरस्कार, मराठी आत्मकथा के लिए