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संदर्भ:
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जोहान्सबर्ग में G-20 विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की।उन्होंने वैश्विक ध्रुवीकरण के बावजूद G-20 की प्रासंगिकता बनाए रखने में भारत और चीन के प्रयासों को रेखांकित किया।
द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा:
- LAC और क्षेत्रीय मुद्दे:
- बैठक में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) सहित क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हुई।
- पूर्व की सीमा शांति वार्ताओं की समीक्षा की गई, जिससे राजनयिक संवाद को आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया।
- सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखना भविष्य की वार्ताओं का मुख्य उद्देश्य रहा।
सहयोग के प्रमुख क्षेत्र:
- यात्रा और कनेक्टिविटी: कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करने, सीमा पार नदी प्रबंधन, हवाई संपर्क, और यात्रा प्रतिबंधों में ढील देने पर चर्चा हुई।
- आर्थिक और बुनियादी ढांचे में सहयोग: आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने और अवसंरचनात्मक विकास को गति देने के उपायों पर विचार किया गया।
G20: वैश्विक आर्थिक सहयोग मंच:
- स्थापना और उद्देश्य:
- 1999 में एशियाई वित्तीय संकट (1997-1998) के बाद वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों के लिए एक अनौपचारिक मंच के रूप में स्थापित किया गया।
- प्रारंभ में व्यापक आर्थिक मुद्दों पर केंद्रित था, लेकिन अब इसमें व्यापार, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा और भ्रष्टाचार विरोधी विषय भी शामिल हैं।
- सदस्यता:
- इसमें 19 देश शामिल हैं: अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके और यूएस।
- 2 क्षेत्रीय संगठन भी शामिल हैं: यूरोपीय संघ (EU) और अफ्रीकी संघ (AU)।
- अध्यक्षता:
- G20 का कोई स्थायी सचिवालय नहीं है।
- वार्षिक रूप से अध्यक्षता घूमती रहती है, और प्रत्येक क्षेत्रीय समूह का एक देश बारी-बारी से इसकी मेजबानी करता है।
G20 और भारत:
- G20 शिखर सम्मेलन 2023: भारत ने G20 अध्यक्षता के दौरान वैश्विक चर्चाओं के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान किया।
- लीडर्स डिक्लरेशन (Leaders’ Declaration)के माध्यम से सर्वसम्मति बनाने की क्षमता प्रदर्शित की।
- समावेशिता (Inclusivity) पर जोर:
- 11 एंगेजमेंट ग्रुप्स (Engagement Groups)के माध्यम से युवा, महिलाएं, निजी क्षेत्र और सिविल सोसाइटी की भागीदारी सुनिश्चित की।
- जनता की चिंताओं को प्राथमिकता दी।
- वैश्विक विकास लक्ष्यों का समर्थन: SDG 1 – “गरीबी उन्मूलन“को बढ़ावा देकर सतत विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goals) की दिशा में कदम उठाए।
- ग्लोबल साउथ की आवाज: भारत ने विकासशील देशों की ओर से उनकी चुनौतियों और हितों को प्रभावी रूप से G20 में प्रस्तुत किया।
G20 का विकास और विस्तृत एजेंडा:
- प्रारंभ में, G20 मुख्य रूप से व्यापक आर्थिक मुद्दों (Macroeconomic Issues) पर केंद्रित था।
- समय के साथ इसका एजेंडा विस्तृत हुआ, जिसमें अब शामिल हैं:
- व्यापार (Trade)
- सतत विकास
- स्वास्थ्य (Health)
- कृषि (Agriculture)
- ऊर्जा (Energy)
- पर्यावरण (Environment)
- जलवायु परिवर्तन (Climate Change)
- भ्रष्टाचार-रोध (Anti-Corruption)