Apni Pathshala

दिल्ली उच्च न्यायालय (एचसी) ने दुर्लभ बीमारियों के लिए दवाओं में सुधार के निर्देश जारी किए

Download Today Current Affairs PDF

दिल्ली उच्च न्यायालय ने मास्टर अर्नेश शॉ बनाम भारत संघ एवं अन्य मामले में दुर्लभ बीमारियों के लिए दवाओं की पहुंच और कीमतों में सुधार के लिए महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं। इस मामले में अदालत ने स्वास्थ्य के अधिकार को जीवन के अधिकार (अनुच्छेद 21) का अभिन्न अंग माना और कहा कि यह अधिकार सभी व्यक्तियों के लिए समान रूप से लागू होना चाहिए, चाहे वे सामान्य या दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित हों।

मुख्य निर्देश:

  1. राष्ट्रीय दुर्लभ रोग कोष (NRDF) का गठन: भारत संघ को दवाओं की कीमतें कम करने और दुर्लभ बीमारियों के इलाज की पहुंच बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रीय दुर्लभ रोग कोष (NRDF) बनाने का निर्देश दिया गया है।
  2. CSR योगदान: कंपनी अधिनियम, 2013 की अनुसूची VII में संशोधन करते हुए, दुर्लभ बीमारियों के इलाज के लिए दान को सीएसआर (कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) के तहत मान्यता दी जाएगी ताकि कंपनियां इसमें योगदान कर सकें।
  3. प्रशासन: एनआरडीएफ का प्रशासन राष्ट्रीय दुर्लभ रोग प्रकोष्ठ द्वारा किया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के नोडल अधिकारी शामिल होंगे।
  4. केंद्रीकृत सूचना पोर्टल: 3 महीने के भीतर एक केंद्रीकृत राष्ट्रीय दुर्लभ रोग सूचना पोर्टल विकसित किया जाएगा, जिसमें रोगी रजिस्ट्री और उपलब्ध उपचार की जानकारी होगी।
  5. फास्ट ट्रैक अनुमोदन: डीसीजीआई और सीडीएससीओ को दुर्लभ बीमारियों के इलाज के लिए एक समर्पित फास्ट ट्रैक अनुमोदन प्रक्रिया 60 दिनों के भीतर तैयार करनी होगी।

दवा कंपनियों के लिए निर्देश:

  1. उपलब्धता सुनिश्चित करना: दवा कंपनियों को भारत में दुर्लभ बीमारियों के इलाज के लिए आवश्यक दवाओं और चिकित्सा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी, चाहे यह उत्पादन के माध्यम से हो या आयात के माध्यम से।
  2. स्थानीय विनिर्माण: जो कंपनियां दुर्लभ बीमारियों की दवाओं का आयात करती हैं, उन्हें 90 दिनों के भीतर भारत में स्थानीय विनिर्माण और वितरण सुविधाएं स्थापित करने के लिए विस्तृत योजना प्रस्तुत करनी होगी।

दुर्लभ बीमारियों के बारे में: WHO के अनुसार, दुर्लभ बीमारी वह होती है जिसकी व्यापकता प्रति 1000 जनसंख्या पर 1 या उससे कम होती है। ये बीमारियां गंभीर और दुर्बल करने वाली होती हैं, जैसे कि सिस्टिक फाइब्रोसिस और पोम्पे रोग।

दुर्लभ बीमारियों के लिए उठाए गए कदम:

  1. राष्ट्रीय दुर्लभ रोग नीति, 2021: इसका उद्देश्य एक एकीकृत और व्यापक निवारक रणनीति के आधार पर दुर्लभ बीमारियों की घटनाओं और व्यापकता को कम करना है।
  2. राष्ट्रीय आरोग्य निधि: यह निधि दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित गरीब रोगियों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।

Explore our Books: https://apnipathshala.com/product-category/books/

Explore Our test Series: https://tests.apnipathshala.com/

Share Now ➤

क्या आपको Apni Pathshala के Courses, RNA PDF, Current Affairs, Test Series और Books से सम्बंधित कोई जानकारी चाहिए? तो हमारी विशेषज्ञ काउंसलर टीम आपकी सिर्फ समस्याओं के समाधान में ही मदद नहीं करेगीं, बल्कि आपको व्यक्तिगत अध्ययन योजना बनाने, समय का प्रबंधन करने और परीक्षा के तनाव को कम करने में भी मार्गदर्शन देगी।

Apni Pathshala के साथ अपनी तैयारी को मजबूत बनाएं और अपने सपनों को साकार करें। आज ही हमारी विशेषज्ञ टीम से संपर्क करें और अपनी सफलता की यात्रा शुरू करें

📞 +91 7878158882

Related Posts

Scroll to Top