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प्रतिभूति लेनदेन कर (STT)

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संदर्भ:

स्टॉक मार्केट की अस्थिरता के बावजूद, प्रतिभूति लेनदेन कर (Securities Transaction Tax – STT) संग्रह में 75% से अधिक की वृद्धि हुई है। 12 जनवरी 2025 तक STT संग्रह ₹44,538 करोड़ तक पहुंच गया, जबकि 2024 की इसी अवधि में यह ₹25,415 करोड़ था।

Securities Transaction Tax - STT

प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) संग्रह में वृद्धि:

  1. महत्वपूर्ण वृद्धि:
    • 12 जनवरी 2025 तक, प्रतिभूति लेनदेन कर (Securities Transaction Tax – STT) संग्रह में 75% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है।
    • यह संग्रह ₹44,538 करोड़ तक पहुंच गया है, जबकि 2024 की इसी अवधि में यह ₹25,415 करोड़ था।
  2. F&O पर वृद्धि के बावजूद उछाल:
    • वायदा और विकल्प (Futures & Options – F&O) सेगमेंट में सट्टा गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए STT दरों में वृद्धि के बावजूद संग्रह में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है।
    • इससे स्पष्ट होता है कि बाजार में व्यापारिक गतिविधियां बढ़ी हैं, जिससे राजस्व में वृद्धि हुई है।
  3. विनियामक चिंताएं:
    • भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने F&O बाजार में लेन-देन की बढ़ती मात्रा पर चिंता जताई है।
    • अधिक सट्टा गतिविधियां समष्टि आर्थिक स्थिरता (macroeconomic stability) के लिए जोखिम पैदा कर सकती हैं।
  4. सरकार के राजस्व में योगदान: बढ़ता हुआ STT संग्रह सरकार की राजस्व आय को बढ़ाता है, जिससे सार्वजनिक व्यय और विकास परियोजनाओं के लिए अधिक धन उपलब्ध होता है।

प्रतिभूति लेनदेन कर (Securities Transaction Tax – STT) के बारे में

यह एक प्रत्यक्ष कर (Direct Tax) है जो भारत के मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध प्रतिभूतियों (Securities) की खरीद और बिक्री पर लगाया जाता है।

  1. इसे भारत सरकार द्वारा लगाया और एकत्र किया जाता है।
  2. नियमन: STT को प्रतिभूति लेनदेन कर अधिनियम (Securities Transaction Tax Act) के तहत विनियमित किया जाता है।
  3. कर योग्य प्रतिभूतियाँ:
    • STT उन प्रतिभूतियों पर लागू होता है, जिनमें शामिल हैं:
      • शेयर (Equities)
      • डेरिवेटिव्स (Derivatives)
      • इक्विटी-उन्मुख म्यूचुअल फंड निवेश इकाइयाँ
    • STT कमोडिटी और मुद्रा (Commodity & Currency) लेनदेन पर लागू नहीं होता है।
  4. कर की दर: विभिन्न प्रकार की प्रतिभूतियों के लिए कर की दरें अलग-अलग होती हैं।
  5. ऑफ-मार्केट लेनदेन पर STT: यह ऑफ-मार्केट लेनदेन (Stock Exchange के बाहर किए गए सौदे) पर लागू नहीं होता है।
  6. STT की देयता:
    • जब ग्राहक स्टॉक मार्केट में लेनदेन करता है, तो STT लगाने की जिम्मेदारी ब्रोकर की होती है।
    • ब्रोकर द्वारा एकत्रित कर राशि सरकार को जमा की जाती है।
  7. अनुबंध नोट (Contract Notes): ब्रोकर द्वारा प्रत्येक ट्रेड के निष्पादन के लिए दिए गए अनुबंध नोट्स में STT शुल्क और दरें स्पष्ट रूप से दिखाई जाती हैं।

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