Apni Pathshala

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी क्या हैं?

Download Today Current Affairs PDF

संदर्भ:

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी: केंद्रीय मंत्री ने स्पेसटेक फॉर गुड गवर्नेंसकॉन्क्लेव, जो भारतीय लोकतांत्रिक नेतृत्व संस्थान (Indian Institute of Democratic Leadership) द्वारा आयोजित किया गया था, में भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि कैसे अंतरिक्ष तकनीक शासन प्रक्रियाओं को परिवर्तित करने में अहम भूमिका निभा रही है।

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के बारे में:

  1. परिभाषा (Definition):अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियाँ उन तकनीकों को दर्शाती हैं जिनका उपयोग बाह्य अंतरिक्ष (Outer Space) में गतिविधियों को सक्षम करने के लिए किया जाता है।
  2. उपयोग (Uses):
    • पृथ्वी अवलोकन (Earth Observation):पृथ्वी के पर्यावरण, मौसम और प्राकृतिक संसाधनों की निगरानी।
    • उपग्रह संचार (Satellite Communication):संचार सेवाओं को सक्षम करना जैसे टेलीविजन, इंटरनेट और फोन सेवाएँ।
    • उपग्रह नेविगेशन (Satellite Navigation):जीपीएस (GPS) और नेविगेशन सिस्टम द्वारा सटीक स्थान और समय की जानकारी प्रदान करना।
    • रोबोटिक और मानव अंतरिक्ष अन्वेषण (Robotic and Human Space Exploration):पृथ्वी की कक्षा से परे मिशनों का संचालन करना।
  3. सरकारी उपयोग (Government Uses):
    • योजना बनाना (Planning):विकासात्मक परियोजनाओं की योजना और कार्यान्वयन।
    • निगरानी करना (Monitoring):विभिन्न गतिविधियों की निगरानी जैसे आपदा प्रबंधन, कृषि और शहरीकरण।
    • मूल्यांकन करना (Evaluating):योजनाओं और नीतियों के प्रभाव का मूल्यांकन।

शासन में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की भूमिका:

  1. संसाधन प्रबंधन (Resource Management):
    • मैपिंग (Mapping): RESOURCESAT, CARTOSAT जैसे उपग्रह भूमि, जल और खनिजों का भू-स्थानिक डेटा प्रदान करते हैं।
    • कृषि (Agriculture): किसानों को फसल प्रबंधन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण डेटा उपलब्ध कराना। उदाहरण: Krishi-Decision Support System
    • वन क्षेत्र (Forest): IRS उपग्रह भारतीय वन सर्वेक्षण (FSI) को वन आवरण, वनाग्नि (Forest Fires) आदि की मैपिंग में सहायता करते हैं।
    • इन्फ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure): PM Gati Shakti अंतर-मंत्रालयीय परियोजनाओं जैसे भारतमाला, सागरमाला आदि को एकीकृत करने के लिए ISRO की इमेजरी और स्पेशियल प्लानिंग टूल्स का उपयोग करता है।
  2. सामाजिक क्षेत्र (Social Sector):
    • स्वास्थ्य (Healthcare):अंतरिक्ष तकनीक के उपयोग से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार। उदाहरण: ISRO’s Health-QUEST
    • टेलीएजुकेशन (Tele-Education):दूरस्थ क्षेत्रों में लाइव लेक्चर्स और इंटरएक्टिव ट्रेनिंग को बढ़ावा देना। उदाहरण: EDUSAT
    • आपदा प्रबंधन:GIS आधारित डेटा का राष्ट्रीय भंडार, जो आपदा प्रबंधन में सहायक है।
  3. सुरक्षा (Security):
    • संचार और सीमा निगरानी (Communication & Border Surveillance):GSAT-7 और RISAT सुरक्षित संचार और सीमा निगरानी में सहायक हैं।
    • Mission Shakti (2019):भारत की अंतरिक्ष रक्षा क्षमता का प्रदर्शन।
  4. पारदर्शिता और उत्तरदायित्व: MGNREGA परिसंपत्तियों का जियोटैगिंग (Geo-Tagging of MGNREGA Assets):यह पहल 2016-17 में शुरू की गई थी, जिससे परियोजनाओं की पारदर्शिता और निगरानी में सुधार हुआ।

Share Now ➤

क्या आपको Apni Pathshala के Courses, RNA PDF, Current Affairs, Test Series और Books से सम्बंधित कोई जानकारी चाहिए? तो हमारी विशेषज्ञ काउंसलर टीम आपकी सिर्फ समस्याओं के समाधान में ही मदद नहीं करेगीं, बल्कि आपको व्यक्तिगत अध्ययन योजना बनाने, समय का प्रबंधन करने और परीक्षा के तनाव को कम करने में भी मार्गदर्शन देगी।

Apni Pathshala के साथ अपनी तैयारी को मजबूत बनाएं और अपने सपनों को साकार करें। आज ही हमारी विशेषज्ञ टीम से संपर्क करें और अपनी सफलता की यात्रा शुरू करें

📞 +91 7878158882

Related Posts

Scroll to Top