विश्व बौद्धिक संपदा दिवस (World Intellectual Property Day) हर साल 26 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य बौद्धिक संपदा और व्यक्तिगत संविदा की महत्वपूर्णता को समझाना और इसे बढ़ावा देना है। इस दिन के माध्यम से, लोगों को बौद्धिक संपदा के महत्व को समझाया जाता है, जैसे कि इनोवेशन, खोज और विकास, जो समाज और अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह दिन बौद्धिक संपदा के संरक्षण और समर्थन की जागरूकता बढ़ाने के लिए अवसर प्रदान करता है।
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस क्या है?
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस दुनिया भर के लोगों को यह सोचने का एक खास मौका देता है कि कैसे बौद्धिक संपदा (IP) कला के क्षेत्र को तरक्की करने में मदद करती है और नई टेक्नॉलजी के आविष्कार को बढ़ावा देती है, जिससे मानव प्रगति होती है। साल 2000 में, विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) के सदस्य देशों ने 26 अप्रैल को विश्व बौद्धिक संपदा दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। यह वही दिन है, जिस दिन 1970 में WIPO कन्वेंशन लागू हुआ था। इस दिन का मकसद बौद्धिक संपदा के बारे में लोगों की जानकारी और समझ को बढ़ाना है।
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस 2024 का थीम
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस 2024 का आधिकारिक विषय ‘आईपी और एसडीजी: नवाचार और रचनात्मकता के साथ हमारे सामान्य भविष्य का निर्माण’ है।
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस क्यों मनाते हैं?
- नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देना: बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) आविष्कारकों, कलाकारों और अन्य रचनात्मक व्यक्तियों को उनके काम के लिए उचित मान्यता और पुरस्कार प्राप्त करने में मदद करते हैं। यह उन्हें नई चीजों का आविष्कार करने और बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है, जो समाज को समग्र रूप से लाभान्वित करता है।
- ज्ञान और रचनात्मकता को साझा करना: आईपीआर ज्ञान और रचनात्मकता को साझा करने के लिए एक ढांचा प्रदान करते हैं। यह दूसरों को पहले से किए गए काम पर निर्माण करने और नए विचारों को विकसित करने की अनुमति देता है।
- आर्थिक विकास को बढ़ावा देना: आईपीआर मजबूत अर्थव्यवस्थाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं। वे व्यवसायों को अपने उत्पादों और सेवाओं में निवेश करने और नौकरियां पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
- उपभोक्ताओं की रक्षा करना: आईपीआर उपभोक्ताओं को नकली और घटिया उत्पादों से बचाने में मदद करते हैं। वे यह सुनिश्चित करते हैं कि वे जो उत्पाद खरीदते हैं वे सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाले हैं।
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस में कौन भाग लेता है?
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस विश्व स्तर पर मनाया जाता है। अभियान में कोई भी हिस्सा ले सकता है। आईपी कार्यालय, सरकारी एजेंसियां, कानून फर्म, व्यवसाय (बड़े और छोटे), अंतर्राष्ट्रीय संगठन, गैर-सरकारी संगठन, विश्वविद्यालय, स्कूल, छात्र आदि हर साल विश्व बौद्धिक संपदा दिवस का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं।
बौद्धिक संपदा के प्रकार:
बौद्धिक संपदा (आईपी) वे अधिकार हैं जो रचनाकारों को उनके मानसिक श्रम से बनी चीजों पर नियंत्रण और सुरक्षा प्रदान करते हैं। इनमें मूल विचार, आविष्कार, रचनाएं और डिजाइन शामिल हैं। आईपी अधिकार रचनाकारों को उनकी रचनाओं से लाभ उठाने और दूसरों द्वारा उनके कार्यों की नकल करने से रोकने में मदद करते हैं।
बौद्धिक संपदा के मुख्य प्रकार हैं:
- कॉपीराइट: यह लेखकों, संगीतकारों, कलाकारों और अन्य रचनात्मकों को उनके साहित्यिक और कलात्मक कार्यों पर अधिकार देता है। इसमें किताबें, गाने, पेंटिंग, फिल्में, सॉफ्टवेयर और डेटाबेस शामिल हैं। कॉपीराइट धारक को इन कार्यों को पुन: पेश करने, वितरित करने, अनुवाद करने, अनुकूलित करने और प्रदर्शित करने का अनन्य अधिकार देता है।
- पेटेंट: यह आविष्कारकों को उनके नए और उपयोगी आविष्कारों पर अधिकार देता है। इसमें मशीनें, प्रक्रियाएं, रसायन, दवाएं और पौधे शामिल हैं। पेटेंट धारक को दूसरों को आविष्कार बनाने, उपयोग करने, बेचने या आयात करने से रोक सकता है।
- ट्रेडमार्क: यह व्यवसायों को अपने उत्पादों और सेवाओं को दूसरों से अलग करने में मदद करने के लिए उपयोग किए जाने वाले शब्दों, प्रतीकों या वाक्यांशों पर अधिकार देता है। इसमें लोगो, टैगलाइन और व्यावसायिक नाम शामिल हैं। ट्रेडमार्क धारक दूसरों को भ्रमित करने वाले समान ट्रेडमार्क का उपयोग करने से रोक सकता है।
- औद्योगिक डिजाइन: यह उत्पादों की उपस्थिति पर अधिकार देता है, जिसमें उनके आकार, आकृति, रंग और पैटर्न शामिल हैं। यह डिजाइनरों को दूसरों को उनके डिजाइनों की नकल करने से रोकने में मदद करता है।
- व्यापार रहस्य: यह गोपनीय जानकारी पर अधिकार देता है जो व्यवसायों को प्रतिस्पर्धी लाभ प्रदान करता है। इसमें ग्राहक सूचियां, उत्पादन प्रक्रियाएं और विपणन रणनीतियां शामिल हैं। व्यापार रहस्य के मालिक अनधिकृत खुलासे या उपयोग से जानकारी की रक्षा कर सकते हैं।
- भौगोलिक संकेत: यह उन उत्पादों पर अधिकार देता है जिनकी विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति होती है और जिनके गुण, प्रतिष्ठा या विशेषताएं उस स्थान के लिए जिम्मेदार होती हैं। इसमें फेटा पनीर, दार्जिलिंग चाय और नागपुर संतरा शामिल हैं। भौगोलिक संकेत धारक दूसरों को उन उत्पादों को बेचने से रोक सकता है जो उनकी उत्पत्ति का गलत दावा करते हैं।