IFCCT
संदर्भ:
इस वर्ष नवंबर 2025 में COP30 (30वीं UNFCCC कॉन्फ्रेंस) में Integrated Forum on Climate Change and Trade (IFCCT) की औपचारिक शुरुआत की गई। यह फोरम COP30 पदाधिकारियों की Action Agenda का एक केंद्रीय स्तंभ है। इसका प्राथमिक उद्देश्य व्यापार (trade) और जलवायु (climate) नीतियों के बीच बढ़ते तनाव को स्थायी, राजनीतिक समर्थन प्राप्त संवाद के माध्यम से प्रबंधित करना है।
IFCCT (Integrated Forum on Climate Change and Trade) क्या हैं?
Integrated Forum on Climate Change and Trade (IFCCT) एक स्थायी वैश्विक मंच है, जिसे COP30 Presidency द्वारा स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन (Climate Change) और अंतरराष्ट्रीय व्यापार नीतियों (Trade Policies) के बीच बढ़ते तनाव, विवादों और असंगतियों को दूर करने के लिए एक संगठित, संवाद-आधारित तथा सहयोगात्मक प्लेटफ़ॉर्म तैयार करना है।
- इस मंच का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जलवायु संरक्षण के वैश्विक प्रयास और अंतरराष्ट्रीय व्यापार का सुचारु प्रवाह—दोनों एक साथ आगे बढ़ सकें।
मुख्य विशेषताएँ:
- संस्थागत स्वतंत्रता: IFCCT को WTO (विश्व व्यापार संगठन) या UNFCCC (संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज) का अंग नहीं बनाया गया है। यह एक स्वतंत्र मंच है, जो “उप-प्रवाह” की तरह बौद्धिक विचारों और सहयोग को इन दोनों प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की नीतिगत दिशा के लिए पोषण देने का काम करेगा।
- समावेशी और गैर-पक्षपाती संवाद: यह फोरम सिर्फ विकसित देशों या बड़े आर्थिक खिलाड़ियों तक सीमित नहीं है, बल्कि सभी UNFCCC सदस्यों के लिए खुला है। इसमें विभिन्न मत-विचारों वाले देश, व्यवसाय, नागरिक समाज और विशेषज्ञ हिस्सा ले सकते हैं।
- विशेषज्ञ पैनल का नेतृत्व: फोरम में एक प्रतिष्ठित विशेषज्ञ पैनल होगा, जिसमें विकसित और विकासशील दोनों देशों के वैज्ञानिक, नीति-विश्लेषक एवं अर्थशास्त्री शामिल होंगे।
- परामर्श प्रक्रिया की शुरुआत: IFCCT ने दिसंबर 2025 तक खुली परामर्श प्रक्रिया की घोषणा की है। यह शुरुआती चरण होगा, जिसमें सदस्य देश यह तय करेंगे कि फोरम की अधिकार सीमा (jurisdiction) कैसी होगी, और कौन-कौन से विषय प्राथमिकता पायेंगे।

