खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2023 :
- चौथा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2023 का आयोजन 17 – 29 फ़रवरी, 2024 तक 7 राज्यों असम, अरुणाचलप्रदेश, मेघालय, मिजोरम, सिक्किम, नागालैंड और त्रिपुरा राज्यों में 18 विभिन्न स्थानों में हुआ।
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कुल 71 पदकों के साथ (प्रथम स्थान पर रही) पहली बार खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का ख़िताब जीता।
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने अपने मुक्केबाजों के साथ चौथे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2024, अष्टलक्ष्मी की समग्र चैंपियनशिप जीती, जिसमें 5 स्वर्ण, 1 रजत और 4 कांस्य पदक शामिल थे।
- इसमें विभिन्न खेलों से सम्बंधित 4544 एथलीट ने भाग लिया।
- खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के चौथे संस्करण के शुभंकर का नाम ‘अष्टलक्ष्मी’ रखा गया है, यह शुभंकर तितली के आकार का है। तितली के आकार का शुभंकर बनाना इस बात का भी प्रतीक है कि पूर्वोत्तर को कैसे नया अनुभव मिल रहा है।
- इस भव्य आयोजन में एथलेटिक्स, रग्बी, तैराकी, बैडमिंटन, हॉकी और फुटबॉल सहित 20 खेल विधाओं को शामिल किया गया।
- फिट इंडिया को बढ़ावा देने के लिए योग और मल्लखंब जैसे पारंपरिक खेलों को भी इवेंट लाइन-अप में शामिल किया गया।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के पूर्व आयोजन –
- खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स कापहला संस्करण वर्ष 2020 में ओडिशा में आयोजित हुआ था।
- दूसरा संस्करण वर्ष 2022 में बंगलूरू, कर्नाटकमें आयोजित किया गया था (कोविड-19 महामारी के कारण वर्ष 2021 से 2022 में स्थानांतरित)।
- तीसरा संस्करण वर्ष 2023 में उत्तरप्रदेश में (वाराणसी, लखनऊ, गौतम बुद्ध नगर और गोरखपुर) में आयोजित किया गया था।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स विजेताओं की सूची –
संस्करण |
मेज़बान राज्य |
विजेता |
उप-विजेता |
2020 |
ओडिशा |
पंजाब युनिवर्सिटी |
सावित्रीबाई फुले पुणे युनिवर्सिटी |
2021 |
कर्नाटक |
जैन यूनिवर्सिटी |
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी |
2022 |
उत्तर प्रदेश |
पंजाब यूनिवर्सिटी |
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी |
खेलो इंडिया कार्यक्रम:
- खेलो इंडिया कार्यक्रम खेलों के विकास के लिए एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है।
- खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत, उच्चाधिकार प्राप्त समिति विभिन्न स्तरों पर महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पहचाने जाने वाले प्रतिभाशाली एथलीटों को 8 वर्षों के लिए प्रति वर्ष 5 लाख रुपये की वार्षिक वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
- खेलो इंडिया अर्थात् ‘लेट्स प्ले इंडिया’ को वर्ष 2017 में भारत सरकार द्वारा ज़मीनी स्तर पर विद्यार्थियों के साथ जुड़कर भारत की खेल संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिये प्रस्तावित किया गया था।
- “खेलो इंडिया कार्यक्रम” का लक्ष्य सभी को खेल में शामिल करना और उत्कृष्ट खिलाड़ी तैयार करना है।
- इसे जमीनी स्तर से पूरे देश में खेलों को फिर से बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है।
- इसका उद्देश्य भारत को एक महान खेल राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है।
- इस पहल ने विभिन्न खेलों के लिये देश भर में बेहतर खेल संरचना एवं अकादमियों के निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित किया।
- इसे युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित किया जाता है।
खेलो इंडिया कार्यक्रम का इतिहास
- खेलो इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत 2018 में खेलो इंडिया स्कूल गेम्स से हुई, जो नई दिल्ली में आयोजित किए गए थे।
- भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) 2019 में खेलो इंडिया पहल में शामिल हुआ, जिसके कारण खेलो इंडिया स्कूल गेम्स का नाम बदलकर खेलो इंडिया यूथ गेम्स कर दिया गया।
- खेलो इंडिया विंटर गेम्स का पहला संस्करण 2020 में लेह और गुलमर्ग में आयोजित किया गया था। खेलो इंडिया विंटर गेम्स खेलो इंडिया पहल का एक हिस्सा है और इसका उद्देश्य भारत के युवाओं के बीच शीतकालीन खेलों को बढ़ावा देना है।
- पहला खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 में ओडिशा के कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) में आयोजित किया गया था।
- प्रथम खेलो इंडिया पैरा गेम्स (KIPG) 2023 का आयोजन नई दिल्ली में 10 से 17 दिसंबर तक नई दिल्ली में किया गया था। KPIG में हरियाणा ने 40 स्वर्ण, 39 रजत और 26 कांस्य सहित कुल 105 पदकों के साथ शीर्ष स्थान प्राप्त किया। KPIG 2023 में देशभर से लगभग 1,450 पैरा एथलीटों ने भाग लिया।
खेलो इंडिया के अन्तर्गत आयोजित प्रतियोगिताएँ:
- खेलो इंडिया यूथ गेम्स (KIYG)
- खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (KIUG)
- खेलो इंडिया विंटर गेम्स
- खेलो इंडिया पैरा गेम्स (पहली बार 2023 में आयोजित)
खेलो इंडिया गेम्स में कितने खेल शामिल हैं?
- खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2018 में 18 खेलों को शामिल किया गया था, जिसमें एथलेटिक्स, तीरंदाजी, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, मुक्केबाजी, फुटबॉल, जिमनास्टिक, हॉकी, जूडो, कबड्डी, खो-खो, कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, टेनिस, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल, तैराकी और शूटिंग शमिल थे।
- खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023, जिसका आयोजन जनवरी 2024 में तमिलनाडु में आयोजित किया गया था, तो इसमें 26 खेल थे – तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, मुक्केबाजी, साइकिलिंग (रोड और ट्रैक), तलवारबाजी, फुटबॉल, गतका, जिमनास्टिक, हॉकी, जूडो, कबड्डी, कलारीपयट्टू, खो-खो, मलखंब, निशानेबाजी, तैराकी, टेबल टेनिस, टेनिस, थांग-ता, वॉलीबॉल, वेटलिफ्टिंग, कुश्ती, योगासन और स्क्वैश। सिलंबम को एक प्रदर्शन खेल के रूप में भी प्रदर्शित किया गया था।
- खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (KIUG ) के पहले संस्करण में 18 खेल शामिल थे – लेकिन KIYG कार्यक्रम में होने वाले जिमनास्टिक और खो-खो के आयोजन की बजाय यहां तलवारबाजी और रग्बी को शामिल किया गया था।
- खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के दूसरे संस्करण में 20 खेल शामिल थे – जिनमें दो स्वदेशी खेल, योगासन और मलखंब भी KIUG प्रोग्राम का हिस्सा थे।
- खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तीसरे संस्करण (KIUG 2022) का आयोजन 2023 में उत्तर प्रदेश के चार शहरों में किया गया था। इस संस्करण में कुल 21 खेलों को शामिल किया गया था।
- खेलो इंडिया विंटर गेम्स के लिए खेलों की सूची में स्नो बेसबॉल, स्नो स्की, माउंटेनियरिंग, आइस स्केटिंग, आइस हॉकी, स्नो रग्बी, आइस स्टॉक और स्नोशू रनिंग शामिल हैं।
कैसे होता है खिलाड़ियों का चयन?
प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान कई निचले स्तर और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं से की जाती है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए, प्रतिभागियों को वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के मानदंडों के आधार पर चुना जाता है। इन खेलों में भाग लेने के लिए प्रतिभागी नेशनल स्पोर्ट्स रिपॉजिटरी सिस्टम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं। उन्हें एक फॉर्म भरना होगा जिसमें कई जानकारियां मांगी जाती हैं।
खिलाड़ियों की योग्यता क्या होना चाहिए –
- आवेदक भारत का निवासी होना चाहिए।
- वह स्कूल या कॉलेज का छात्र होना चाहिए।
- “अंडर 17 श्रेणी” के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की आयु 17 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- “अंडर 21 श्रेणी” के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों की आयु 21 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- आवेदकों की खेल में रुचि और संबंधित खेल का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।
खेलो इंडिया के 12 कार्यक्षेत्र –
- खेल मैदान का विकास
- वार्षिक खेल प्रतियोगिताएं
- राष्ट्रीय/क्षेत्रीय/राज्य खेल अकादमियों को सहायता
- विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) के बीच खेलों को बढ़ावा देना
- सामुदायिक कोचिंग विकास
- प्रतिभा खोज और विकास
- स्कूल जाने वाले बच्चों की शारीरिक फिटनेस
- शांति और विकास के लिए खेल
- राज्य स्तरीय खेलो इंडिया केंद्र
- खेल अवसंरचना का उपयोग और निर्माण/उन्नयन
- महिलाओं के लिए खेल
- ग्रामीण और स्वदेशी/आदिवासी खेलों को बढ़ावा देना
खेलो इंडिया यूथ गेम्स विजेताओं की सूची –
संस्करण |
मेज़बान शहर |
विजेता |
उप-विजेता |
2018 |
नई दिल्ली |
हरियाणा |
महाराष्ट्र |
2019 |
पुणे |
महाराष्ट्र |
हरियाणा |
2020 |
गुवाहाटी |
महाराष्ट्र |
हरियाणा |
2021 |
पंचकुला |
हरियाणा |
महाराष्ट्र |
2022 |
भोपाल |
महाराष्ट्र |
हरियाणा |
2023 |
चेन्नई |
महाराष्ट्र |
तमिलनाडु |
खेलो इंडिया विंटर गेम्स विजेताओं की सूची –
संस्करण |
मेज़बान शहर |
विजेता |
उप-विजेता |
2020 |
गुलमर्ग |
जम्मू और कश्मीर |
सर्विसेस |
2021 |
गुलमर्ग |
जम्मू और कश्मीर |
कर्नाटक |
2023 |
गुलमर्ग |
जम्मू और कश्मीर |
महाराष्ट्र |
निष्कर्ष:
खेलो इंडिया कार्यक्रम भारत में खेलों के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह कार्यक्रम जमीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा दे रहा है, युवा प्रतिभाओं को खोज रहा है, और उन्हें उच्च स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए आवश्यक कौशल और प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। इस कार्यक्रम के प्रभावस्वरूप:
- खेलों में भाग लेने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है: युवाओं में खेलों के प्रति जागरूकता और उत्साह बढ़ा है।
- खेलों के बुनियादी ढांचे में सुधार हुआ है: देश भर में खेल सुविधाओं का निर्माण और उन्नयन किया गया है।
- युवा प्रतिभाओं की पहचान हुई है: राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के प्रदर्शन में सुधार हुआ है।
- खेलों के प्रति जागरूकता में वृद्धि हुई है: खेलों के महत्व के बारे में लोगों को शिक्षित किया गया है।
यह कार्यक्रम भारत को एक खेल महाशक्ति बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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