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भारत की संसद ने 2024 का भारतीय वायुयान विधेयक 2024 पारित किया, जो 1934 के पुराने वायुयान अधिनियम को प्रतिस्थापित करता है। यह नया कानून पुरानी और अप्रासंगिक व्यवस्थाओं को हटाने और एक अधिक प्रभावी नियामक ढांचा स्थापित करने का लक्ष्य रखता है।
भारतीय वायुयान विधेयक 2024 के उद्देश्य:
- वर्तमान कानून में मौजूद अस्पष्टताओं को दूर करना।
- विमानन क्षेत्र में Ease of Doing Business और निर्माण प्रक्रियाओं को सरल बनाना।
भारतीय वायुयान विधेयक 2024 के मुख्य बिंदु:
- अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन लागू करने के लिए नियम बनाने का अधिकार: केंद्रीय सरकार को अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन सम्मेलन (जैसे 1944 का शिकागो सम्मेलन और 1932 का अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार सम्मेलन) को लागू करने के लिए नियम बनाने का अधिकार दिया गया।
- डीजीसीए, बीसीएएस और एएआईबी को अधिक शक्तियां: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA), नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS), और विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) को अतिरिक्त अधिकार प्रदान किए गए।
- जन सुरक्षा के लिए आपातकालीन आदेश: केंद्रीय सरकार को आपात स्थितियों में, जनहित में विमान को रोकने जैसे आदेश जारी करने का अधिकार।
प्रतिस्थापित करने की आवश्यकता:
- विभिन्न संशोधनों का प्रभाव: यह अधिनियम कई बार संशोधित किया गया है ताकि विमानन क्षेत्र में सुरक्षा, निगरानी और सतत विकास के लिए आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके तथा अंतरराष्ट्रीय संधियों के प्रावधानों को लागू किया जा सके।
- स्पष्टता और सरलीकरण की आवश्यकता: अनेक संशोधनों के कारण हितधारकों को अस्पष्टता और भ्रम का सामना करना पड़ा, जिसे दूर करना आवश्यक हो गया।
- पुरानी व्यवस्थाओं को हटाना: अधिनियम की अप्रासंगिक और पुरानी व्यवस्थाओं को समाप्त करना ज़रूरी है।
- व्यवसाय में आसानी: प्रक्रियाओं को सरल बनाकर Ease of Doing Business को बढ़ावा देना।
- डिज़ाइन और रखरखाव: विमान और उससे संबंधित उपकरणों के डिज़ाइन, निर्माण और रखरखाव के लिए स्पष्ट प्रावधानों की आवश्यकता।
भारतीय वायुयान विधेयक 2024 का महत्व:
- आत्मनिर्भर भारत पहल के अनुरूप: विमान के डिज़ाइन और निर्माण को विनियमित करने से घरेलू उत्पादन और तकनीकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।
- विस्तृत दायरा: ड्रोन, मानव रहित विमान (UAV), उड़ने वाली टैक्सियां, और कुछ इलेक्ट्रॉनिक ग्लाइडर्स को शामिल किया गया।
- तेजी से बढ़ते विमानन बाजार की ज़रूरतें पूरी करना: विमानन क्षेत्र के तेजी से विकास को ध्यान में रखते हुए यह विधेयक महत्वपूर्ण है।
- घरेलू हवाई यात्री यातायात में वृद्धि: आईसीआरए के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024 में घरेलू हवाई यात्री यातायात में 8–13% की वृद्धि होने की संभावना है।
विमानन क्षेत्र का विकास:
- हवाई अड्डों की संख्या में वृद्धि: 2014 में हवाई अड्डों की संख्या 74 थी, जो अब बढ़कर 157 हो गई है।
- विमान बेड़े का विस्तार: विमान बेड़े का आकार 400 विमानों से बढ़कर 813 विमानों तक पहुंच गया है।
- नियमों को अद्यतन करने की आवश्यकता: इस तेज़ विकास को ध्यान में रखते हुए, आधुनिक और अद्यतन नियमों की आवश्यकता महसूस की जा रही है।