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‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। इनमें राष्ट्रीय क्वांटम मिशन और साइबर-फिजिकल सिस्टम पर राष्ट्रीय मिशन जैसे उच्च प्राथमिकता वाले मिशन शामिल हैं। इन प्रयासों का उद्देश्य आयात पर निर्भरता कम करना, देशी नवाचार को बढ़ावा देना और भारत को इन क्षेत्रों में वैश्विक नेता बनाना है।
मुख्य बिंदु: ‘विकसित भारत 2047‘ के लक्ष्य की ओर सरकार के प्रयास–
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी में हस्तक्षेप: राष्ट्रीय क्वांटम मिशन और साइबर-फिजिकल सिस्टम पर राष्ट्रीय मिशन जैसे उच्च-स्तरीय मिशन शुरू किए गए।
- इन मिशनों का उद्देश्य आयात पर निर्भरता कम करना, घरेलू नवाचार को बढ़ावा देना और भारत को प्रौद्योगिकी में वैश्विक नेता बनाना है।
- स्टार्टअप और नवाचार को प्रोत्साहन: स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने और समावेशी नवाचार एवं उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए गए।
- रणनीतिक नीतियां: जियोस्पेशियल पॉलिसी 2022, स्पेस पॉलिसी 2023 और बायोE3 पॉलिसी 2024 लागू की गईं।
- अनुसंधान और विकास: अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (ANRF) की स्थापना ANRF अधिनियम 2023 के तहत की गई।
- ANRF का उद्देश्य वैज्ञानिक नवाचार, क्रॉस-सेक्टोरल सहयोग और उच्च प्रभाव वाले शोध को प्रोत्साहित करना है।
- प्रमुख क्षेत्रीय विकास: क्वांटम प्रौद्योगिकियों, साइबर-फिजिकल सिस्टम, और बायो मैन्युफैक्चरिंग में नवाचार को बढ़ावा दिया गया।
- ये प्रयास तकनीकी आत्मनिर्भरता, स्थिरता और आर्थिक विकास पर केंद्रित हैं।
- वैश्विक विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत की स्थिति:
- अनुसंधान प्रकाशनों (2,07,390) के मामले में भारत तीसरे स्थान पर।
- स्टार्टअप्स की संख्या (1,40,000 से अधिक) में भी तीसरा स्थान।
- विज्ञान और इंजीनियरिंग में पीएचडी की संख्या (16,968) के मामले में चौथा स्थान।
- पेटेंट फाइलिंग में छठा स्थान (रेजिडेंट: 38,551 और नॉन-रेजिडेंट: 38,517)।
- ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (GII) में भारत की रैंक 2015 में 81वीं से बढ़कर 2024 में 39वीं हुई।
- अनुसंधान और विकास (R&D) व्यय:
- R&D पर कुल व्यय 2009-10 में ₹53,041.30 करोड़ से बढ़कर 2020-21 में ₹1,27,380.96 करोड़ हुआ।
- GERD (बिलियन करंट PPP$) में भारत 7वें स्थान पर।
- लैंगिक भागीदारी और शोधकर्ता:
- R&D में महिलाओं की भागीदारी 2009 में 3% से बढ़कर 2021 में 18.6% हुई।
- प्रति मिलियन जनसंख्या पर शोधकर्ताओं की संख्या 2009 में 164 से बढ़कर 2020 में 262 हुई।
विकसित भारत 2047 : संकल्पना और महत्व–
- परिचय:
- विकसित भारत 2047 भारत सरकार की एक व्यापक दृष्टि योजना है।
- इसका उद्देश्य भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र में बदलना है, जो स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ का प्रतीक होगा।
- दृष्टि के मुख्य पहलू:
- आर्थिक विकास: तीव्र और समावेशी आर्थिक प्रगति।
- सामाजिक प्रगति: समाज के हर वर्ग का विकास।
- पर्यावरणीय स्थिरता: सतत विकास के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण।
- सुशासन: पारदर्शिता और जवाबदेही पर आधारित शासन।
- पंच प्रण और विकसित भारत:
- माननीय प्रधानमंत्री के पंच प्रण में “विकसित भारत” प्रमुख है।
- यह भारतीय विकास के आत्मा और दृष्टिकोण का परिचायक है।
- चार स्तंभ:
- युवा: भारत के भविष्य के लिए युवा शक्ति का उपयोग।
- गरीब: गरीबी उन्मूलन और सबके लिए समान अवसर।
- महिला: महिलाओं को सशक्त बनाना और उनकी भागीदारी बढ़ाना।
- किसान: कृषि क्षेत्र का विकास और किसानों की समृद्धि।
- सुख और विकास का संबंध:
- विकास की प्रक्रिया में सुख को केंद्रीय महत्व दिया गया है।
- सुख के बिना विकास का कोई अर्थ नहीं है।
- विकसित राष्ट्रों के बीच भी असंतोष और दुख को दूर करना प्राथमिकता है