Golden Dome
संदर्भ:
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘गोल्डन डोम‘ नामक एक महत्वाकांक्षी सुरक्षा परियोजना की घोषणा की है, जिसकी आंशिक प्रेरणा इज़राइल की ‘आयरन डोम’ प्रणाली से ली गई है। ट्रंप ने बताया कि इस $175 अरब डॉलर की लागत वाली योजना को उनके कार्यकाल के अंत तक चालू कर दिया जाएगा।
संचालन तंत्र: – (Golden Dome)
गोल्डन डोम प्रणाली तीन मुख्य चरणों में कार्य करती है:
- पता लगाना और ट्रैक करना:उन्नत उपग्रह और ग्राउंड-आधारित रडार सिस्टम संभावित खतरों की पहचान करते हैं और उनकी निगरानी करते हैं।
- प्रक्षेपवक्र निर्धारण:प्राप्त डेटा के आधार पर, प्रणाली मिसाइलों की सटीक प्रक्षेपवक्र का निर्धारण करती है।
- अवरोधन:भूमि और समुद्र पर तैनात इंटरसेप्टर मिसाइलें ‘हिट-टू-किल’ तकनीक का उपयोग करके incoming मिसाइलों को उनके मार्ग में ही नष्ट कर देती हैं।
तकनीकी उन्नति:
गोल्डन डोम परियोजना में निम्नलिखित उन्नत तकनीकों को शामिल किया गया है:
- अंतरिक्ष–आधारित सेंसर और इंटरसेप्टर्स: यह प्रणाली अंतरिक्ष में तैनात सेंसर और इंटरसेप्टर का उपयोग करके मिसाइलों की पहचान और उन्हें नष्ट करने में सक्षम होगी।
- उन्नत इंटरसेप्टर मिसाइलें: इन मिसाइलों को विशेष रूप से हाइपरसोनिक और अंतरिक्ष से प्रक्षेपित मिसाइलों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है।
- एकीकृत कमांड और कंट्रोल सिस्टम: यह प्रणाली विभिन्न घटकों के बीच समन्वय सुनिश्चित करती है, जिससे त्वरित और सटीक प्रतिक्रिया संभव होती है।
लागत और समयसीमा:
- प्रारंभिक बजट: $25 बिलियन
- कुल अनुमानित लागत: $175 बिलियन
- परियोजना की समयसीमा: राष्ट्रपति ट्रंप के अनुसार, यह प्रणाली उनके कार्यकाल के अंत तक, यानी 2029 तक, पूरी तरह से कार्यान्वित हो जाएगी।
रणनीतिक महत्व:
- राष्ट्रीय सुरक्षा:यह प्रणाली अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ करेगी, विशेष रूप से हाइपरसोनिक और अंतरिक्ष से प्रक्षिप्त मिसाइलों के बढ़ते खतरों के मद्देनज़र।
- अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया:चीन ने इस परियोजना को अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया है और इसे अंतरिक्ष का सैन्यीकरण करने वाला कदम माना है।
आयरन डोम (Iron Dome): इजराइल:
परिचय: आयरन डोम इजराइल की एक अत्याधुनिक मोबाइल वायु रक्षा प्रणाली है, जिसे राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स और इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज द्वारा विकसित किया गया है। यह प्रणाली 2011 से सक्रिय है और इजराइल के नागरिकों और सैन्य ठिकानों को रॉकेट, मोर्टार और शॉर्ट-रेंज मिसाइल हमलों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
प्रेरणा और आवश्यकता: इजराइल पर लगातार रॉकेट हमलों के कारण, विशेष रूप से गाजा पट्टी से, आयरन डोम प्रणाली का विकास किया गया। यह प्रणाली इजराइल की व्यापक वायु रक्षा रणनीति का हिस्सा है, जिसमें डेविड्स स्लिंग और एरो मिसाइल रक्षा प्रणालियाँ भी शामिल हैं।
संचालन तंत्र:
- रडार प्रणाली:यह प्रणाली रॉकेट के प्रक्षिप्त होने के तुरंत बाद उसे ट्रैक करती है।
- बैटल मैनेजमेंट और वेपन कंट्रोल: नियंत्रण केंद्र रॉकेट की संभावित गिरने वाली जगह का विश्लेषण करता है।
- इंटरसेप्टर मिसाइल:यदि रॉकेट किसी आबादी वाले क्षेत्र में गिरने की संभावना होती है, तो Tamir मिसाइल उसे हवा में ही नष्ट कर देती है।
प्रभावशीलता: आयरन डोम की सफलता दर लगभग 90% है। यह प्रणाली दिन और रात, दोनों समय, किसी भी मौसम में प्रभावी रूप से कार्य करती है। अब तक, यह प्रणाली हजारों रॉकेटों को नष्ट करने में सफल रही है, जिससे इजराइल की नागरिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान मिला है।
रणनीतिक महत्व:
- राष्ट्रीय सुरक्षा:यह प्रणाली इजराइल की सुरक्षा को सुदृढ़ करती है, विशेष रूप से गाजा और लेबनान से आने वाले खतरों के खिलाफ।
- मनोवैज्ञानिक सुरक्षा:यह इजराइल के नागरिकों को सुरक्षा का अहसास कराती है, जिससे उनका मनोबल उच्च रहता है।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: इजराइल ने आयरन डोम प्रणाली को अन्य देशों को भी बेचा है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय रक्षा सहयोग को बढ़ावा मिला है