Shirui Lily Festival
संदर्भ:
मणिपुर राज्य में लंबे समय से चले आ रहे सांप्रदायिक संघर्ष के कारण दो वर्षों के अंतराल के बाद, शिरुई लिली महोत्सव एक बार फिर उखरूल जिले के शिरुई गांव में प्रारंभ हुआ। यह महोत्सव राज्य की सांस्कृतिक विरासत और शिरुई की दुर्लभ लिली प्रजाति को समर्पित एक महत्वपूर्ण उत्सव माना जाता है।
(Shirui Lily Festival) शिरुई लिली महोत्सव:
महोत्सव का परिचय:
- शिरुई लिली महोत्सव मणिपुर सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित एक वार्षिक राज्य स्तरीय सांस्कृतिक महोत्सव है।
- प्रारंभ में यह महोत्सव शिरुई गाँव के स्थानीय लोगों द्वारा राज्य के पुष्प शिरुई लिली को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता था।
- वर्ष 2017 से इसे राज्य महोत्सव के रूप में घोषित किया गया।
उद्देश्य और महत्व:
- यह एक इको–टूरिज्म (eco-tourism) उत्सव है जिसका उद्देश्य:
- शिरुई लिली के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना
- उखरुल की पहाड़ियों में पर्यटन को प्रोत्साहित करना
प्रमुख गतिविधियाँ:
- पारंपरिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
- संगीत कार्यक्रम
- सौंदर्य प्रतियोगिता
- कचरा संग्रहण मैराथन (Trash Collection Marathon)
- स्थानीय व्यंजनों और हस्तशिल्प का प्रदर्शन
शिरुई लिली (Shirui Lily):
- यह एक दुर्लभ स्थानिक प्रजाति (rare endemic species) है, जो केवल मणिपुर की शिरुई पहाड़ियों की ऊँचाईयों पर पाई जाती है।
- IUCN स्थिति: संकटग्रस्त (Endangered)
- मुख्य खतरे:
- जलवायु परिवर्तन
- मानवीय अतिक्रमण व प्राकृतिक संसाधनों का दोहन
- जंगली बौने बांस (dwarf bamboo) की जड़ों द्वारा प्राकृतिक आवास पर आक्रमण
निष्कर्ष: शिरुई लिली महोत्सव केवल एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह पर्यावरणीय संरक्षण, स्थानीय संस्कृति के प्रचार और स्थायी पर्यटन के समन्वय का एक प्रेरणादायक उदाहरण है।