Cotton Industry in India
संदर्भ:
भारत में कपास उत्पादन के 2025–26 सीज़न में 2% घटने की संभावना है। अमेरिका के कृषि विभाग (USDA) के अनुसार, इसका मुख्य कारण यह है कि किसान अब मक्का और मूंगफली जैसी अधिक लाभदायक फसलों की ओर रुख कर रहे हैं।
भारत में कपास उद्योग (Cotton Industry in India):
- आर्थिक महत्व:
- कपास भारत की एक महत्वपूर्ण वाणिज्यिक फसल है।
- विश्व उत्पादन में 24% हिस्सेदारी के साथ यह किसानों और कामगारों की आजिविका का मुख्य स्रोत है।
- विदेशी मुद्रा अर्जन: कच्चे कपास, अर्धनिर्मित उत्पादों और तैयार वस्त्रों के निर्यात के माध्यम से भारत के लिए महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा अर्जित करता है।
- वैश्विक स्थिति:
- भारत के पास विश्व में सबसे अधिक कपास क्षेत्रफल है।
- उत्पादकता में 36वें स्थान पर है।
- दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कपास उत्पादक और उपभोक्ता है।
- कपास की प्रजातियाँ: भारत में कपास की चारों प्रमुख प्रजातियाँ उगाई जाती हैं:
- Gossypium arboreum
- Gossypium herbaceum (एशियाई कपास)
- Gossypium barbadense (मिस्र कपास)
- Gossypium hirsutum (अमेरिकन अपलैंड कपास)
- प्रमुख उत्पादक क्षेत्र (Zones):
- उत्तर भारत क्षेत्र (जैसे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान)
- मध्य भारत क्षेत्र (जैसे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात)
- दक्षिण भारत क्षेत्र (जैसे आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु)