Cyprus
संदर्भ:
साइप्रस के विदेश मंत्री कॉन्स्टेंटिनोस कॉम्बोस ने कहा कि साइप्रस भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) का हिस्सा बनने के लिए तैयार है।
साइप्रस (Cyprus): भारत का रणनीतिक साझेदार
भौगोलिक परिचय
- साइप्रस पूर्वी भूमध्य सागर में स्थित एक द्वीपीय राष्ट्र है।
- यह तुर्की से लगभग 40 मील दक्षिण और सीरिया से 60 मील पश्चिम में स्थित है।
- देश ने 1960 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त की।
- 1974 से ग्रीक और तुर्की साइप्रस समुदायों के बीच तनाव के कारण देश वास्तविक रूप से दो भागों में विभाजित है।
भारत–साइप्रस संबंध
- भारत और साइप्रस के राजनयिक संबंध 1962 में स्थापित हुए।
- दोनों देशों के बीच संबंध मित्रता, पारस्परिक सम्मान और बहुपक्षीय सहयोग पर आधारित हैं।
- सहयोग के प्रमुख क्षेत्र: राजनीतिक, आर्थिक, और रक्षा सहयोग।
- अंतरराष्ट्रीय मंचों पर समर्थन:
- भारत, साइप्रस के पुनर्एकीकरण को संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के अनुरूप समर्थन करता है।
- साइप्रस, भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता और नागरिक परमाणु कार्यक्रम का समर्थन करता है।
हालिया पहलें और समझौते
- दोनों देशों ने भारत–साइप्रस संयुक्त कार्ययोजना (2025–2029) की समीक्षा की।
- क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई, विशेषकर इस संदर्भ में कि साइप्रस 2026 में यूरोपीय संघ परिषद की अध्यक्षता ग्रहण करेगा।
- साइप्रस ने भारत–यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (India-EU FTA) का समर्थन किया, जिससे द्विपक्षीय व्यापार और निवेश के नए अवसर खुल सकते हैं।
भारत–मध्य पूर्व–यूरोप आर्थिक गलियारा
- IMEC की घोषणा G20 शिखर सम्मेलन 2023 (नई दिल्ली) में की गई थी।
- उद्देश्य: एशिया, अरब खाड़ी और यूरोप के बीच आर्थिक एकीकरण और संपर्क को सुदृढ़ करना।

