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यमन में हूती-नियंत्रित क्षेत्रों पर हवाई हमले

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संदर्भ:

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर यमन में हौती विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों पर हवाई हमले किए गए, जिसमें 31 लोगों की मौत हुई, जिनमें आम नागरिक भी शामिल हैं।

हमले का मुख्य कारण:

अमेरिका ने हूती विद्रोहियों पर हवाई हमले इसलिए किए क्योंकि हूती विद्रोहियों ने लाल सागर और अदन की खाड़ी में अमेरिकी नौसेना के जहाजों और वाणिज्यिक जहाजों पर हमले किए थे।

मुख्य कारण:

  1. अमेरिकी जहाजों पर हमले: हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में अमेरिकी युद्धपोतों पर 18 बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों से हमले किए।
  2. वाणिज्यिक जहाजों पर हमले: नवंबर 2023 से, हूतियों ने लाल सागर और अदन की खाड़ी में दर्जनों वाणिज्यिक जहाजों को मिसाइलों, ड्रोन और छोटे नाव हमलों से निशाना बनाया।
  3. नुकसान: इन हमलों में उन्होंने दो जहाजों को डुबो दिया, एक को जब्त कर लिया और चार क्रू मेंबर्स की हत्या कर दी।

Houthi Controlled area

हूती विद्रोही: यमन का गृह युद्ध और उनका उदय

  1. पृष्ठभूमि:
    • यमन में गृह युद्ध की शुरुआत 2014 में हुई, जिसकी जड़ें शिया-सुन्नी विवाद में हैं।
    • कार्नेजी मिडिल ईस्ट सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों समुदायों के बीच विवाद लंबे समय से चल रहा था, जो 2011 में अरब क्रांति के बाद गृह युद्ध में बदल गया।
  2. गृह युद्ध की शुरुआत:
    • 2014 में शिया समुदाय के हूती विद्रोहियों ने सुन्नी सरकार के खिलाफ विद्रोह कर दिया।
    • सरकार का नेतृत्व राष्ट्रपति अब्दरब्बू मंसूर हादी कर रहे थे, जिन्होंने फरवरी 2012 में अरब क्रांति के बाद पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह से सत्ता छीनी थी।
    • हादी देश में स्थिरता लाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन इसी बीच सेना दो हिस्सों में बंट गई और हूती विद्रोही दक्षिण में संगठित हो गए।
  3. ईरान-सऊदी अरब की भूमिका:
    • यमन का गृह युद्ध क्षेत्रीय शक्ति संघर्ष का हिस्सा बन गया।
    • शिया बहुल देश ईरान ने हूती विद्रोहियों का समर्थन किया।
    • सुन्नी बहुल देश सऊदी अरब ने राष्ट्रपति हादी की सरकार का समर्थन किया।
  4. हूती विद्रोहियों का विस्तार:
    • हूती विद्रोही तेजी से संगठित हुए और देश के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया।
    • 2015 तक स्थिति इतनी बिगड़ गई कि हूती विद्रोहियों ने सरकार को निर्वासन में जाने पर मजबूर कर दिया।
  5. ईरान का समर्थन और हूती विद्रोहियों की ताकत:
    • ईरान से मिल रहे समर्थन के कारण हूती विद्रोही एक प्रशिक्षित और संगठित लड़ाका दल में बदल गए।
    • उनके पास आधुनिक हथियार, मिसाइलें और यहां तक कि हेलिकॉप्टर भी उपलब्ध हैं।

लाल सागर के बारे में:

  • स्थिति: यह अरब प्रायद्वीप और अफ्रीका के बीच स्थित एक संकरी समुद्री जलधारा है।
  • उत्तर में:
    • मिस्र का सीनाई प्रायद्वीप, सुएज़ की खाड़ी और अकाबा की खाड़ी
    • सुएज़ नहर इसे भूमध्य सागर से जोड़ती है।
  • दक्षिण में:
    • बाब-अल-मंदेब जलडमरूमध्य इसे अदन की खाड़ी से जोड़ता है।
    • यह यमन (अरब प्रायद्वीप) को जिबूती और इरिट्रिया (हॉर्न ऑफ अफ्रीका) से अलग करता है।
    • इसकी सबसे संकरी चौड़ाई 29 किमी है।
  • महत्व: दुनिया के 10-15% समुद्री व्यापार का मार्ग रेड सी से होकर गुजरता है।
  • हालिया संकट: हूती हमलों के कारण कई अंतरराष्ट्रीय शिपिंग कंपनियों को केप ऑफ गुड होप के रास्ते जाना पड़ रहा है, जिससे तेल, गैस और अन्य वस्तुओं की डिलीवरी में कई हफ्तों की देरी हो रही है।

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