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संदर्भ:
उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा दर्रा के पास सीमा सड़क संगठन (BRO) के परियोजना स्थल पर एक हिमस्खलन हुआ, जिससे निर्माण कार्य प्रभावित हुआ।
हिमस्खलन क्या है?
- परिभाषा: हिमस्खलन बर्फ, बर्फ के टुकड़े और/या चट्टानों का एक बड़ा हिस्सा होता है, जो तेज़ी से ढलान या पहाड़ से नीचे की ओर गिरता है।
- कारण:
- प्राकृतिक कारण: भारी वर्षा, भूकंप या बर्फ की परतों (Snowpack) का कमजोर होना।
- मानव गतिविधियाँ: स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग या अन्य जानवरों की गतिविधियों के कारण भी हिमस्खलन हो सकता है।
- संरचना: मुख्य रूप से यह बहती हुई बर्फ और हवा से बना होता है, लेकिन इसमें बर्फ के टुकड़े, चट्टानें और पेड़ भी शामिल हो सकते हैं।
- खतरा: हिमस्खलन अत्यधिक खतरनाक हो सकता है, जिससे उसमें फंसे लोगों को दम घुटना, चोट लगना या ठंड लगना जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
हिमस्खलनों के प्रकार
- ढीला बर्फ हिमस्खलन (Loose Snow Avalanche): यह खड़ी ढलानों (>40°) पर ढीली और कमजोर बर्फ के गिरने से होता है।
- स्लैब हिमस्खलन (Slab Avalanche):
- यह बड़े और ठोस बर्फ की परत के टूटकर तेजी से फिसलने से होता है।
- यह सबसे खतरनाक होता है और इसकी गति 100 किमी/घंटा तक हो सकती है।
- फिसलता हुआ हिमस्खलन (Gliding Avalanche): यह तब होता है जब पूरी बर्फ की परत चिकनी सतहों पर फिसलती है।
माणा गांव में हिमस्खलन और अन्य प्राकृतिक आपदाओं की संवेदनशीलता के कारण:
- उच्च ऊंचाई वाला स्थान:
- माणा गांव हिमालय के ऊपरी भाग में समुद्र तल से 10,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
- यहाँ भारी बर्फबारी और कठोर मौसम होता है, जो हिमस्खलन के खतरे को बढ़ाता है।
- भूगर्भीय अस्थिरता: हिमालय क्षेत्र विवर्तनिक रूप से सक्रिय है, जिससे यह इलाका भूस्खलन, हिमस्खलन और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशील हो जाता है।
- मौसमी जलवायु चरम स्थितियाँ: कठोर सर्दियों में भारी बर्फ जमा हो जाती है, जिससे अस्थिर बर्फ की परतें बनती हैं जो हिमस्खलन का कारण बन सकती हैं।
- निर्माण और मानव गतिविधियाँ: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन (BRO) द्वारा सड़क निर्माण जैसी बुनियादी ढांचे की परियोजनाएँ नाज़ुक पर्यावरण को प्रभावित करती हैं और आपदा जोखिमों को बढ़ाती हैं।
- ग्लेशियल क्षेत्रों के निकटता: ग्लेशियर क्षेत्रों के पास होना, जहाँ पिघलती बर्फ और अस्थिर बर्फ की परतें बर्फीले तूफान की संभावना को बढ़ा देती हैं।
भारत में हिमस्खलन संभावित क्षेत्र (Avalanche Prone Areas in India):
- हिमालय क्षेत्र: हिमालय विशेष रूप से हिमस्खलनों के लिए प्रसिद्ध है, विशेषकर पश्चिमी हिमालय जैसे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बर्फीले क्षेत्र।
- जम्मू और कश्मीर: कश्मीर और गुरेज़ घाटियों के ऊँचे हिस्से, कारगिल और लद्दाख के क्षेत्र, और कुछ प्रमुख सड़कें।
- हिमाचल प्रदेश: चंबा, कुल्लू-स्पीति और किन्नौर के क्षेत्र।
- उत्तराखंड: टेहरी गढ़वाल और चमोली जिलों के कुछ हिस्से।