Apni Pathshala

शहरी गरीबी उन्मूलन पर MOHUA ने कार्यशाला आयोजित की

Download Today Current Affairs PDF

आवास और शहरी कार्य मंत्रालय (MOHUA) द्वारा 23 सितंबर 2024 को आयोजित शहरी गरीबी उन्मूलन कार्यशाला में शहरी क्षेत्रों में गरीबी के विभिन्न पहलुओं और उन्हें खत्म करने के लिए अपनाए जा सकने वाले प्रभावी तरीकों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। इस कार्यशाला में 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तथा 25 चुनिंदा शहरों के अधिकारियों ने भाग लिया, जिन्होंने आगामी गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने में महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

कार्यशाला की मुख्य बातें:

  • कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शहरी गरीबी उन्मूलन के लिए पायलट योजना की तैयारियों और रणनीतियों पर चर्चा करना था।
  • पायलट योजना में 25 शहरों को शामिल किया गया है, जिनमें औद्योगिक केंद्र, प्रवासी केंद्र, आकांक्षी जिले, और बंदरगाह शहर शामिल हैं।
  • यह पायलट योजना 1 अक्टूबर 2024 से तीन महीने तक चलेगी, जिसमें शुरुआत के एक महीने में प्रभावी कार्यान्वयन के लिए तैयारी की जाएगी।

पायलट योजना के उद्देश्य :

पायलट योजना को विशेष रूप से अनौपचारिक क्षेत्र के भीतर कमजोर समूहों के उत्थान के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें निम्नलिखित प्रमुख श्रमिक वर्गों को लाभान्वित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है:

  • निर्माण श्रमिक
  • गिग श्रमिक
  • अपशिष्ट श्रमिक
  • देखभाल श्रमिक
  • घरेलू श्रमिक
  • परिवहन श्रमिक

ये श्रमिक वर्ग कम वेतन, खतरनाक परिस्थितियों, और सामाजिक सुरक्षा की सीमित पहुँच के कारण विभिन्न प्रकार की व्यावसायिक, सामाजिक और आवासीय कमजोरियों का सामना करते हैं।

पायलट योजना के लक्ष्य:

  • सूक्ष्म उद्यमों के लिए वित्तीय सहायता: छोटे उद्यमों को वित्तीय सहायता प्रदान करना ताकि उन्हें स्थिरता मिल सके।
  • सामाजिक सुरक्षा तक पहुंच: श्रमिकों को सुरक्षा योजनाओं और सामाजिक लाभों से जोड़ना।
  • ऋण सुविधा: छोटे उद्यमियों को उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए ऋण की सुविधा प्रदान करना।
  • नवाचार और सहयोग को बढ़ावा देना: गरीबी उन्मूलन के लिए नए और सहयोगात्मक तरीकों को लागू करना।

कार्यक्रम का दीर्घकालिक उद्देश्य:

इस कार्यशाला और पायलट योजना का दीर्घकालिक उद्देश्य रणनीतिक हस्तक्षेप और सहयोगात्मक दृष्टिकोण के माध्यम से शहरी आजीविका परिदृश्य को नया आकार देना है। इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि शहरीकरण के लाभ समाज के सबसे कमजोर वर्गों तक समान रूप से पहुंचे और शहरी क्षेत्रों में गरीबी का उन्मूलन हो सके।

निष्कर्ष: शहरी गरीबी उन्मूलन के लिए यह पायलट योजना और कार्यशाला एक महत्वपूर्ण पहल है, जो अनौपचारिक क्षेत्रों में कार्यरत श्रमिकों के उत्थान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।

Explore our Books: https://apnipathshala.com/product-category/books/

Explore Our test Series: https://tests.apnipathshala.com/

Share Now ➤

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top