संदर्भ:
वैश्विक जलवायु स्थिति रिपोर्ट 2024: विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) द्वारा जारी “State of Global Climate Report 2024″ के अनुसार, वैश्विक तापमान पेरिस समझौते की 1.5°C सीमा के करीब पहुंच रहा है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि वैश्विक तापवृद्धि के कारण वायुमंडलीय कार्बन डाइऑक्साइड स्तर पिछले 8 लाख वर्षों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
वैश्विक जलवायु स्थिति रिपोर्ट 2024 (Global Climate State Report 2024) के प्रमुख निष्कर्ष:
- महासागर की गर्मी (Ocean Warming):
- महासागर ग्लोबल हीट का 90% अवशोषित कर रहे हैं।
- महासागर की ऊष्मा सामग्री (Ocean Heat Content) दर्ज इतिहास में सबसे अधिक है।
- समुद्र का अम्लीकरण (Ocean Acidification):
- महासागर की सतह की अम्लीयता लगातार बढ़ रही है।
- विशेष रूप से हिंद महासागर, दक्षिणी महासागर, पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर, उत्तरी उष्णकटिबंधीय प्रशांत और कुछ अटलांटिक महासागर क्षेत्रों में सबसे तीव्र कमी दर्ज की गई।
- समुद्र स्तर वृद्धि (Sea Level Rise):
- समुद्र का स्तर लगातार बढ़ रहा है और ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं।
- अंटार्कटिका में समुद्री बर्फ का स्तर अब तक के दूसरे सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है।
- तापमान और ग्लेशियर (Temperature & Glaciers):
- तापमान वृद्धि (Temperature Increase):
- यह वर्ष 2024, 175 वर्षों के अवलोकन रिकॉर्ड में सबसे गर्म वर्ष रहा।
- 2024 वह पहला वर्ष है जब 1.5°C पेरिस समझौता सीमा को वार्षिक रूप से पार किया गया।
- यूरोपीय संघ की कोपरनिकस जलवायु परिवर्तन सेवा (C3S) का अनुमान है कि यह सीमा सितंबर 2029 तक पार की जा सकती है।
- तापमान वृद्धि (Temperature Increase):
- ग्लेशियरों का नकारात्मक द्रव्यमान संतुलन:
- 2022-2024 की अवधि में रिकॉर्ड स्तर पर ग्लेशियरों की तीन वर्षों की सबसे बड़ी हानि दर्ज की गई।
- पिछले 10 वर्षों में से 7 वर्षों में सबसे अधिक नकारात्मक मास बैलेंस दर्ज किया गया है।
- ग्रीनहाउस गैसें (Greenhouse Gases):
- CO₂ स्तर: 2023 में CO₂ का स्तर 420 पार्ट्स प्रति मिलियन तक पहुंच गया, जो पिछले 8,00,000 वर्षों में सबसे अधिक है।
- मीथेन (CH₄): 1923 पार्ट्स प्रति बिलियन, जो औद्योगिक-पूर्व स्तरों का 266% है।
- नाइट्रोजन ऑक्साइड (N₂O): 8 पार्ट्स प्रति बिलियन, जो औद्योगिक-पूर्व स्तरों का 124% है।
- विस्थापन और मौसम की घटनाएं:
- अत्यधिक मौसम घटनाएं: 2024 में रिकॉर्ड तोड़ने वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवात, अत्यधिक वर्षा, बाढ़ और सूखे जैसी घटनाएं देखी गईं।
- जलवायु प्रेरित विस्थापन: 2024 में 2008 के बाद से जलवायु-प्रेरित विस्थापनों की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई।
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO):
- परिचय: यह संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक विशेष एजेंसी है और पृथ्वी के वायुमंडल की स्थिति और व्यवहार, भूमि और महासागरों के साथ इसकी बातचीत, मौसम और जलवायु, और जल संसाधनों के वितरण पर प्राधिकृत आवाज है।
- स्थापना: 1950
- मुख्यालय: जेनेवा, स्विट्ज़रलैंड।
- सदस्यता: 193 सदस्य (187 सदस्य राज्य और 6 क्षेत्र)। प्रत्येक सदस्य का अपना मौसम विज्ञान सेवा तंत्र होता है।
- मंडल (Mandate): WMO का कार्यक्षेत्र मौसम विज्ञान (मौसम और जलवायु), परिचालन जलविज्ञान और संबंधित भूभौतिकीय विज्ञानों से संबंधित है।
शासन संरचना (Governance Structure):
- विश्व मौसम विज्ञान कांग्रेस: सर्वोच्च निकाय, जिसमें सभी सदस्यों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। प्रत्येक चार वर्ष में कम से कम एक बार नीतियों को निर्धारित करने और नियमों को अपनाने के लिए बैठक करता है।
- कार्यकारी परिषद: 36-सदस्यीय निकाय जो नीतियों को लागू करने के लिए वार्षिक बैठक करता है।
- सचिवालय (Secretariat): एक महासचिव द्वारा संचालित, जिसे चार साल की अवधि के लिए नियुक्त किया जाता है। WMO का प्रशासनिक केंद्र है।