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हाल ही में इंस्टीट्यूट फॉर ह्यूमन डेवलपमेंट (IHD) और इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन (ILO) द्वारा जारी भारत रोजगार रिपोर्ट 2024 में भारत में रोजगार की स्थिति में सुधार की ओर इशारा किया गया है।
भारत रोजगार रिपोर्ट 2024: रोजगार और बेरोजगारी के प्रमुख तथ्य–
- वैश्विक स्तर पर युवा बेरोजगारी में गिरावट: 2021 में, अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक युवा बेरोजगारी दर 15.6% थी। 2023 तक, यह दर घटकर 13.3% हो गई, जो दुनिया भर में रोजगार के क्षेत्र में सुधार को दर्शाती है।
- भारत में युवा बेरोजगारी का स्तर: भारत में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा 2023-24 के लिए किए गए पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे के अनुसार, 15 से 29 वर्ष के युवाओं की बेरोजगारी दर 10.2% थी। यह दर वैश्विक औसत से कम है, जो भारत में रोजगार की स्थिति में सुधार का संकेत देता है।
- श्रमिक आबादी अनुपात में बढ़ोतरी: भारत में 2017-18 के दौरान युवा श्रमिक आबादी अनुपात (वर्कर पॉपुलेशन रेशियो) 31.4% था। 2023-24 तक यह आंकड़ा बढ़कर 41.7% हो गया, जो रोजगार के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि को दिखाता है।
- औपचारिक क्षेत्र में रोजगार के बढ़ते अवसर: 2023-24 के दौरान, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) में 1.3 करोड़ नए सदस्य शामिल हुए।
इसके अतिरिक्त, सितंबर 2017 से अगस्त 2024 तक कुल 7.03 करोड़ नए सदस्य ईपीएफओ से जुड़े। यह भारत में औपचारिक क्षेत्र के रोजगार में तेजी से हो रही वृद्धि को दर्शाता है।
भारत सरकार की रोजगार सृजन पहलें:
- प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP)
- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGS)
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY)
- ग्रामीण आत्मनिर्भरता और प्रशिक्षण संस्थान (RSETIs)
- दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM)
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY)
मानव विकास संस्थान (IHD): एक परिचय
- स्थापना और उद्देश्य: मानव विकास संस्थान (IHD) भारत का एक प्रमुख शोध संगठन है, जिसकी स्थापना 1998 में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य श्रम, रोजगार और सामाजिक-आर्थिक विकास से जुड़े विषयों पर अध्ययन और शोध करना है।
- प्रमुख अनुसंधान क्षेत्र: IHD उन मुद्दों पर शोध करता है जो समाज और अर्थव्यवस्था को गहराई से प्रभावित करते हैं, जैसे:
- अनौपचारिक श्रम: संगठित क्षेत्र से बाहर काम करने वाले श्रमिकों की स्थिति।
- प्रवास (माइग्रेशन): काम और बेहतर जीवन की तलाश में लोगों के स्थानांतरण का अध्ययन।
- सामाजिक सुरक्षा (Social Protection): समाज के कमजोर वर्गों के लिए सुरक्षा योजनाएँ।
- मानव विकास: शिक्षा, स्वास्थ्य, और जीवन स्तर में सुधार के लिए नीतिगत सुझाव।
- प्रमुख रिपोर्ट: IHD को उसकी प्रतिष्ठित “इंडिया ह्यूमन डेवलपमेंट रिपोर्ट“ के लिए जाना जाता है। यह रिपोर्ट भारत में मानव विकास से जुड़े मुद्दों पर विस्तृत जानकारी और समाधान प्रस्तुत करती है।
- साझेदारी और सहयोग: संस्थान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए काम करता है। ये सहयोग नीतिगत बदलाव लाने और गरीबी व असमानता को कम करने में सहायक होते हैं।
- प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण: IHD शोध और शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं और पेशेवरों को प्रशिक्षित करता है। यह संगठनों और सरकारी एजेंसियों के लिए नीति निर्माण में सहायक विशेषज्ञता प्रदान करता है।
- सामाजिक न्याय और समानता पर ध्यान: संस्थान सामाजिक न्याय, लैंगिक समानता, और हाशिए पर मौजूद समुदायों के उत्थान के लिए नीतिगत सुझाव देने पर विशेष ध्यान देता है।
- वैश्विक दृष्टिकोण: IHD वैश्विक स्तर पर श्रम बाजार और सामाजिक विकास से जुड़े मुद्दों पर काम करता है। इसके शोध और सुझाव विकासशील देशों के लिए भी उपयोगी होते हैं।